अलविदा जुमे की नमाज अदा करने उमड़ी भीड़
नगर उंटारी: पवित्र रमजान माह के अंतिम जुमे पर बड़ी संख्या में रोजेदारों ने नगर उंटारी सहित आसपास
नगर उंटारी: पवित्र रमजान माह के अंतिम जुमे पर बड़ी संख्या में रोजेदारों ने नगर उंटारी सहित आसपास के क्षेत्रों में स्थिति मस्जिदों में नमाज अदा की। अलविदा जुमे की नमाज पढ़ने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ी। नगर उंटारी जामा मस्जिद में शाही इमाम मौलाना अमीरूदीन ने नमाज अदा कराई और मुस्लिम समाज को नमाज में रमजान से सबंधित बारीकियां बताई। बरडीहा मस्जिद के इमाम हाफिज मनुवर ने बताया कि रमजान में रोजा न रखना बहुत बड़ा गुनाह है। रोजे की अहमियत इसलिए और अधिक है कि इसमें गरीब अमीर सभी एक समान बराबर है और सबके लिए एक ही रास्ता बताया गया है। अमीर मुस्लिम रोजा रखकर भूख की सिद्दत को जान सकें और किसी गरीब की अहमियत को पहचान सकें। मौलाना अमीरुदीन ने बताया कि ये जुमा अलविदा इसलिए कहा जाता है कि ये रमजान का आखिरी जुमा होता है। जुमे के बाद रमजान समाप्त हो जाता है और इसके बाद ईद मनाई जाती है। जुमे की नमाज के दौरान मुल्क में अमन चैन और भाईचारा कायम रहे, इसके लिए दुआ मांगी। नगर उंटारी में हिन्दू मुस्लिम प्रेम बना रहे, इसके लिए भी दुआ की गई। नगर उंटारी मस्जिद में सदर कलाम खान, सरपरस्त तस्लीम खान, महमुद आलम सिनियर, तस्लीम खान, नसरुल्लाह खान, शकील अहमद, आफताब, फूनु सुहैल, ़खली़फा अरमान खतरी सहित बड़ी संख्या में रोजेदार शामिल थे। वही बरडीहा मस्जिद में सदर मुश्ताक अहमद शेख, राहत हुसैन, ताहिर हुसैन, सुलेमान अंसारी, अमीर हसन अंसारी, तसमुदी अंसारी, फिरोज आलम, मकबूल अहमद, वकील अहमद, हैसियत अंसारी, मंजूर आलम सहित बड़ी संख्या रोजेदारो ने अलविदा की नमाज अदा की।