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जरा संभल कर चलो भई, यह गढ़वा-शाहपुर सड़क है

- ठेकदार व प्रशासन की लापरवाही का भेंट चढ़ा गढ़वा शाहपुर पथ - सुशासन की सरकार के माथे पर कलंक है यह पथ फोटो- जीएआरपी- 2-बिरहा नाला के समीप खस्ताहाल गढ़वा शाहपुर पथ, 3- टंडवा में जर्जर पथ, 4- संवेदक द्वारा काट कर छोड़ी गई सड़क, 5- पप्पू कुमार, 6- ओमप्रकाश तिवारी, 7- शमद अंसारी,

By JagranEdited By: Published: Mon, 03 Sep 2018 05:01 PM (IST)Updated: Mon, 03 Sep 2018 05:01 PM (IST)
जरा संभल कर चलो भई, यह गढ़वा-शाहपुर सड़क है
जरा संभल कर चलो भई, यह गढ़वा-शाहपुर सड़क है

गढ़वा :

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जिले के लिए महत्वपूर्ण सड़कों में से एक है, गढ़वा-शाहपुर पथ। पलामू और रांची सहित अन्य जिलों को यह सड़क सीधे गढ़वा जिले से जोड़ती है। सबसे अधिक ट्रैफिक इसी सड़क पर है। घनी आबादी वाला इलाका भी है। कई बड़े गांव इस सड़क के किनारे बसे हुए हैं। पलामू और गढ़वा जिले के लोगों का आनाजाना इसी सड़क से होता है। एक तरह से यह जिले की लाइफ लाइन सड़क है। लेकिन इस पथ की हालत इतनी जर्जर हो चुकी है कि वाहन चालकों के लिए यह कठिन डगर साबित हो रही है। इस जर्जर पथ का दंश जिले के लोग विगत पांच वर्षो से झेल रहे हैं। बावजूद इसके इस पथ का निर्माण पूरा नहीं हो पा रहा है। जिसके कारण आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जर्जर सड़क के कारण 32 किलोमीटर की दूरी तय करने में 120 मिनट का समय लग रहा है। दुर्घटनाएं भी अक्सर होती हैं। रात में तो इस सड़क पर चलना खतरे से खाली नहीं है। कभी दुर्घटना हो जाए कहना मुश्किल है। तेज रफ्तार वाहन चलना तो खतरे से खेलने की तरह है। सड़क की हालत तब ऐसी है जब राज्य सरकार लोगों को बेहतर सड़क उपलब्ध कराने में जुटी है। पहले की तुलना में राज्य में सड़कों की स्थिति काफी सुधरी है। लेकिन यह पथ राज्य की सुशासन की सरकार के माथे पर कलंक साबित हो रहा है। विगत तीन वष से पूर्व जिस ठेका कंपनी को सड़क निर्माण की जिम्मेदारी 61 करोड़ रुपये में सौंपी गई थी। ठेकेदार समय पर सड़क निर्माण पूरा नहीं कर पाया तथा काम अधूरा रह गया। इसके बाद दूसरी बार अन्य ठेकेदार को 56 करोड़ रूपये में सड़क निर्माण का ठेका दिया गया है। मगर उसके द्वारा भी अभी तक काम पूरा नहीं किया गया है।

- गढ़वा शाहपुर पथ एक नजर

- गढ़वा शाहपुर पथ की दूरी- 32 किलोमीटर

50 से अधिक जगहों पर बड़े-बड़े गढ्डे

दो किलोमीटर कटी हुई है सड़क

पहली बार 61 करोड़ रुपये से स्वीकृत हुई थी सड़क

- तीन वर्ष तक लेटलतीफी के कारण ठेका कंपनी को किया गया ब्लैकलिस्टेड

- छह माह पूर्व मिला है दूसरी कंपनी को 56 करोड़ में मिला ठेका

- निर्धारित समय तीन माह में पूरा नहीं हो सकी सड़क

- ठेकेदार ने सड़क को काटकर छोड़ दिया है काम

पक्ष

सड़क का निर्माण एसएएजे के तहत कराया जा रहा है। जिस संवेदक को ठेका दिया गय है। उसने काम शुरू किया था मगर इसके बाद से काम बंद कर दिया है। इससे संबंधित रिपोर्ट सरकार को भेजी गई है।

प्रदीप कुमार

ईई पीडब्ल्यूडी, गढ़वा - ठेकेदार व प्रशासन की लापरवाही के कारण गढ़वा शाहपुर पथ का निर्माण पांच वर्ष लंबित है। इसके कारण सरकार के अच्छा कार्य करने के बावजूद बदनामी हो रही है। मुख्यमंत्री इस पर स्वयं संज्ञान लें तथा दोषी पर कार्रवाई करें। सड़क के खस्ताहाल होने का खामियाजा आम लोगों को झेलना पड़ रहा है।

ओमप्रकाश तिवारी, गढ़वा - छह माह से ठेकदार ने सड़क को काट कर छोड़ दिया है। जिससे लोगों को इस पथ से होकर गुजरने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आए दिन इस पथ में दुर्घटनाएं हो रही है। मगर इस ओर किसी का ध्यान नहीं है। सरकार जल्द से जल्द इस पथ का निर्माण करवाएं।

पप्पू कुमार, गढ़वा - इस पथ में सड़क पर बड़े-बड़े गढ्डे बन गए हैं। जिससे वाहन चालकों को तो परेशानी का सामना तो करना ही पड़ रहा है। पैदल चलने वाले भी परेशान हैं। वर्षा के दिन में गडढ़े में पानी जमा होने से समस्या और भी गहरा गई है।

शमद अंसारी, गढ़वा - शहर के टंडवा में मेरा घर है। मैं पैर से दिव्यांग हूं। किसी प्रकार ट्राइसाइकिल से इधर उधर जाता हूं। मगर सड़क पर बने गड्डों के कारण हमारा दुर्घटना का खतरा बना रहता है। इस सड़क को ठीक करवाने पर किसी का ध्यान नहीं है। आमल लोगों की कोई सुनने वाला नहीं है।

प्रमोद कुमार, गढ़वा


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