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विस्थापितों के साथ सेल प्रबंधन की वार्ता रही विफल

संवाद सूत्र भवनाथपुर (गढ़वा) सेल के विस्थापितों की समस्या को लेकर शनिवार को हुई चार घंट

By JagranEdited By: Published: Sat, 26 Sep 2020 06:41 PM (IST)Updated: Sun, 27 Sep 2020 05:07 AM (IST)
विस्थापितों के साथ सेल प्रबंधन की वार्ता रही विफल
विस्थापितों के साथ सेल प्रबंधन की वार्ता रही विफल

संवाद सूत्र, भवनाथपुर (गढ़वा): सेल के विस्थापितों की समस्या को लेकर शनिवार को हुई चार घंटे तक चली त्रिपक्षीय वार्ता विफल हो गई। विस्थापित अपनी मांगों को लेकर अड़े रहे तो सेल ने अपनी मजबूरियों का हवाला दिया। बताते चले कि सेल के बंद भवनाथपुर लाइमस्टोन खदान की घेराबंदी का कार्य करा रहे पेटी कांट्रेक्टर नीलू सिंह को विस्थापितों ने बुधवार को बंधक बना लिया था। इसकी जानकारी मिलने के बाद वहां पहुंचे सीओ संदीप अनुराग टोपनो, पुलिस इंस्पेक्टर रामजी महतो, थाना प्रभारी सीबी सिंह व सीआइएसएफ के ऐसी एसके सिंह के पहल पर नीलू सिंह को विस्थापितों के चंगुल से मुक्त कराते हुए त्रिपक्षीय वार्ता शनिवार को सेल के प्रशासनिक भवन में रखा गया था। जहां सेल के जीएम एसके सिंह, खान प्रबंधक बी पाणीग्रही, पर्सनल अधिकारी बी दुग्गल, सीओ संदीप अनुराग टोपनो, विस्थपित नेता सुशील चौबे, रामविजय साव, भानु गुप्ता, वीरेंद्र साव, भरत साव के बीच शनिवार को चार घंटे तक वार्ता चली। परंतु विस्थापित एवं सेल के पदाधिकारियों के बीच सहमति नही बनने के कारण वार्ता बेनतीजा रही। विस्थापित सेल में भूअर्जन विभाग जिन 368 लोगों की जमीन को अधिग्रहित किया है उन्हें नौकरी देने, विस्थापितों की जमीन को न्यायालय के निर्देश के अनुसार वापस करने, वर्तमान में चल रहे घेराव कार्य को जब तक इनकी मांगे पूरी नहीं होती है बंद रखने आदि की मांग कर रहे हैं। जबकि सेल ने अपना पक्ष रखते हुए वार्ता में कहा कि उक्त जमीन भूअर्जन विभाग द्वारा अधिग्रहित किया गया है। जिसे हम सरकार को वापस कर रहे हैं। जिसमे हम विस्थापित को वापस नहीं कर सकते। सेल को जो 368 विस्थापितों की सूची प्राप्त हुई है वर्ष 2012 में उसको लेकर विस्थापित न्यायालय में मामला दायर कर चुके हैं। खदान की घेराबंदी आईबीएम के निर्देश व नक्शा पर कार्य वैध रूप से किया जा रहा है। जिसे विस्थापितों द्वारा रोकना नियम के विरुद्ध है।

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