एसडीओ की जांच में धान क्रय में अनियमितता की पुष्टि
धान क्रय केंद्र श्री बंशीधर नगर में किसानों से धान क्रय में बड़े पैमाने पर अनियमितता बरती गई है।
संवाद सूत्र, श्री बंशीधर नगर (गढ़वा): धान क्रय केंद्र श्री बंशीधर नगर में किसानों से धान क्रय में बड़े पैमाने पर अनियमितता बरती गई है। इस अनियमितता की पुष्टि अनुमंडल पदाधिकारी कमलेश्वर नारायण के जांच प्रतिवेदन से हुई है। अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा मामले की जांच कर इसमें दोषी पाए गए गोदाम प्रबंधक आलोक कुमार आशीष व पीओ कौशल कुमार के विरुद्ध अग्रेतर कार्रवाई के लिए उपायुक्त गढ़वा को जांच प्रतिवेदन गत 4 जुलाई को सौंपा गया है। जांच प्रतिवेदन के अनुसार 21 मार्च 20 तक धान क्रय केंद्र में निबंधित 884 किसानों में से 407 किसानों को एसएमएस भेजा गया है तथा 190 किसानों से धान क्रय किया गया है। निबंधित किसानों को उनके फार्मर आईडी के क्रम के अनुसार एसएमएस नहीं भेजा गया है। उदाहरण के लिए क्रमांक 3, 45 व 60 के किसानों को 3 फरवरी को एसएमएस भेजा गया है जबकि क्रम के अनुसार इन्हें काफी पूर्व में एसएमएस भेजा जाना चाहिए था। कुछ किसानों को धान क्रय में लाभ देने के उद्देश्य से क्रम संख्या में बहुत पीछे होने के बाद भी उन्हें पहले एसएमएस भेजा गया है। वैसे ही कुछ किसान ऐसे भी हैं जिन्हें क्रमानुसार काफी पहले एसएमएस भेजा जाना चाहिए था परंतु उन्हें एसएमएस बाद में भेजा गया है। कुल 217 किसानों को एसएमएस भेजे जाने के बाद भी उनसे धान क्रय किए जाने एवं उन्हें एसएमएस भेजे जाने की तिथि की जानकारी डीपो इंचार्ज एवं पीओके द्वारा उपलब्ध नहीं कराई गई। 20 मार्च तक कुल 477 किसानों को एसएमएस भी नहीं भेजा गया है। किसानों को भेजे गए एसएमएस में वर्णित धान क्रय की तिथि के आलोक में किसानों से उनके क्रमानुसार धान का क्रय नहीं किया गया है। कुछ किसानों को जिस दिन एसएमएस भेजा गया है, उनसे उसी दिन धान क्रय कर लिया गया है। ऐसा लगता है कि किसानों को पहले से पता था कि उन्हें किस दिन धान क्रय क्रय के लिए एसएमएस आने वाला है। जो एसएमएस भेजे जाने के क्रम को संदेहास्पद बनाता है। क्रम संख्या 5 एवं 9 पर वर्णित किसान चंदन कुमार गुप्ता व आशा देवी आपस में मां पुत्र हैं। दोनों के द्वारा उमा शंकर कुमार से मालगुजारी पर खेत लेकर 30 किलोमीटर दूर केतार प्रखंड के पाचाडुमर व छाताकुंड गांव में धान की खेती करना संदेह उत्पन्न करता है। कम भूमि वाले किसानों के द्वारा अधिक मात्रा में धान का बिक्री किया गया है। स्थानीय किसानों से धान क्रय किए बिना ही अन्य प्रखंड व अनुमंडल के किसानों से पहले धान का क्रय किया गया है। 30 किलोमीटर दूर दूसरे प्रखंड व अनुमंडल से धान लाकर बिक्री करना संदेहास्पद है। ऐसा प्रतीत होता है कि बिचौलियों से सांठगांठ कर इनके द्वारा अपने निबंधन पर स्थानीय बाजार से धान खरीद कर क्रय केंद्र में बेचा गया है। एसडीओ ने अपने मंतव्य में लिखा है कि विभागीय निर्देशों का उल्लंघन कर मनमाने तरीके से धान क्रय की कार्य अवधि निर्धारित करने, जांच में असहयोग कर सरकारी कर्मी के प्रतिकूल आचरण व जांच को प्रभावित करने के उद्देश्य अधूरा सूचना उपलब्ध कराने के खिलाफ गोदाम प्रबंधक आलोक कुमार आशीष व पीओ कौशल कुमार पर कार्रवाई की जानी चाहिए।