व्यवसायियों के साथ भेदभाव कर रही सरकार : तिवारी
फोटो- जीएआरपी- 5- सत्येंद्रनाथ तिवारी पपरेशान हैं। जब सरकार ने अधिकांश दुकानों खोलने की अनुमति प्रदान कर दी है तो फिर चंद इन दुकानों को बंद रखने का फैसला बंद रखने का फैसला समझ से परे हैं। साफ जाहिर है राज्य सरकार को आम लोगों के हित से मतलब नहीं सिर्फ खजाना भरने से मतलब है। क्योकि सरकार शराब बेचने की छूट दे सकती है मगर कपड़ा व श्रृंगार स्टोर चलाने की अनुमति नहीं। ऐसा लगता है जैसे नींद की गोली खाकर सरकार निर्णय ले रही है।
गढ़वा : केंद्र सरकार ने अनलॉक 1 के तहत आर्थिक गतिविधियों को चालू करने का निर्देश जारी किया है। इसके तहत विभिन्न दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई है। मगर झारखंड सरकार दुकान खोलने के मामले में जिला व राज्य के व्यवसायियों के साथ भेदभावपूर्ण रवैया अपना रहीं है। उक्त बातें पूर्व विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी ने कही। उन्होंने कहा कि राज्य में सभी प्रकार की दुकानें खुल गई हैं मगर इससे कपड़ा, रेडिमेड, श्रृंगार स्टोर, जूता चप्पल की दुकानों को अलग रखा गया है। इससे इन व्यवसाय से जुड़े व्यवसायियों में निराशा है। इनके समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है। कपड़ा, रेडिमेड आदि व्यवसाय से जुड़े व्यवसायी बैंक का ब्याज, कार्यरत स्टॉप आदि के वेतन के भुगतान को ले परेशान हैं। सरकार केंद्र का निर्देश मानते हुए जल्द दुकान खोलने की अनुमति दे।