गलत तरीके से 3281 लाभुक उठा रहे थे पेंशन, सूची से हटा
-उम्र बढ़ाकर फर्जी तरीके से पेंशन लेने वाले अयोग्य पेंशनधारियों का हटाया गया नाम -भौतिक सत्यापन में हुआ इसका खुलासा संदीप केसरी शौर्य गढ़वा जिला प्रशासन ने जिले के 32
गढ़वा : जिला प्रशासन ने 3281 सामाजिक सुरक्षा पेंशन पाने वाले पेंशनधारियों का नाम पेंशन सूची से हटा दिया गया है। सभी लोग फर्जी तरीके से अयोग्य होने के बावजूद पेंशन का लाभ ले रहे थे। इस बात का खुलासा जिला प्रशासन द्वारा कराए गए प्रखंडवार भौतिक सत्यापन में हुआ है। जो लोग अयोग्य होने के बावजूद पेंशन का लाभ ले रहें थे उनसे विभाग द्वारा पेंशन की राशि की वसूली की जाएगी। राशि वसूलने समेत अन्य कार्रवाई को ले जिला सामाजिक सुरक्षा विभाग द्वारा ऐसे लोगों की सूची तैयार की जा रही है तथा जल्द ही इनके विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी। दरअसल जिला प्रशासन को ऐसी सूचना मिली थी कि बहुत से लोग आधार कार्ड या अन्य प्रमाणपत्र में उम्र बढ़ाकर 60 वर्ष से कम होने के बावजूद पेंशन का लाभ ले रहे हैं। सूचना के आलोक में जिला प्रशासन ने आदेश जारी कर पेंशनधारियों का भौतिक सत्यापन कराया। जिसमें कुल 3281 लोग ऐसे पाए गए जो या तो अयोग्य थे, या उम्र छुपाकर फर्जी तरीके से पेंशन का लाभ ले रहे थे। इनमें से ऐसे लोगों का नाम भी पेंशन सूची से हटाया गया है जो पेंशनधारी मृत हो गए हैं। भौतिक सत्यापन का कार्य जून 2019 में कराया गया था। सत्यापन की जिम्मेदारी संबंधित प्रखंडों के पंचायत सेवक, स्वयंसेवक, मुखिया समेत अन्य प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी एवं कर्मियों को दी गई थी। इनके द्वारा भौतिक सत्यापन कर रिपोर्ट सौंपी गई है। जिसमें इस बात का खुलासा हुआ है। -कहां कितने पकड़े गए अयोग्य पेंशनधारी
भौतिक सत्यापन में विभिन्न प्रखंडों से अयोग्य व फर्जी पेंशनधारी चिन्हित किए गए है। चिनियां प्रखंड में 94, डंडई में 42, रमना में 242, खरौंधी में 199, डंडा में 73, भंडरिया में 127, भवनाथपुर में 252, रंका में 331, मेराल में 336, धुरकी में 353, नगर उंटारी में 425, गढ़वा में 352, मझिआंव में 65 तथा कांडी प्रखंड में फर्जी पेंशनधारियों को चिन्हित किया गया है। जिनका नाम पेंशन सूची से डिलिट कर दिया गया है। केस स्टडी
- कम उम्र के बावजूद कांडी की बिगनी उठा रही थी पेंशन
भौतिक सत्यापन में कई लोग फर्जी तरीके से पेंशन उठाते पकड़े गए हैं। जिसमें कांडी प्रखंड की बिगनी देवी पति शंकर साह का नाम शामिल है। भौतिक सत्यापन में पाया गया कि बिगनी की उम्र 60 वर्ष से कम हैं। मगर उसने अपना उम्र ज्यादा दर्शाकर पेंशन स्वीकृत करा लिया था। उम्र की जानकारी उसके विभिन्न प्रमाणपत्रों की जांच से हो गई। बिगनी समेत फर्जी पेंशनधारियों से पेंशन की राशि की वसूली की जाएगी। पक्ष
भौतिक सत्यापन में गलत तरीके से पेंशन उठाने वाले की पहचान हुई है। ऐसे लोगों से पेंशन की राशि की वसूली की जाएगी। साथ ही योग्य लोगों का नाम पेंशन सूची में जोड़ा जाएगा। ताकि सही लोगों को सरकार की योजना का लाभ मिल सके। आगे भी इस प्रकार की कार्रवाई की जाएगी।
पीयूष
सहायक निदेशक
जिला सामाजिक सुरक्षा विभाग, गढ़वा।