रंका में हाथियों का आतंक, तीन ग्रामीणों के घरों को किया क्षतिग्रस्त
संवाद सूत्र रंका (गढ़वा) रंका थाना क्षेत्र के भौंरी गांव के पश्चिम टोले में सोमवार की रात
संवाद सूत्र, रंका (गढ़वा): रंका थाना क्षेत्र के भौंरी गांव के पश्चिम टोले में सोमवार की रात करीब आठ बजे हाथियों के दल ने तीन ग्रामीणों के घरों को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया है। भुक्तभोगी ग्रामीण विध्याचल यादव, अर्जुन यादव एवं बैजनाथ यादव ने बताया कि भौंरी गांव का पश्चिम टोला वन क्षेत्र के करीब सटा हुआ है। सोमवार की रात करीब आठ बजे घर के सभी लोग खाना खाकर सोने की तैयारी के क्रम में घर में ही लगे अलाव ताप रहे थे। इसी क्रम में हाथियों का दल चिघाड़ता हुआ पहुंचा और घर के छप्पर को तिनके की भांति उजाड़ते हुए दीवार ढहाने लगे। हाथियों के डर से समूचा परिवार घर के अंदरूनी हिस्से में घुसकर किसी तरह जान बचाई बाद में घर को क्षतिग्रस्त करने के बाद हाथियों का दल खलिहान व घर के सामने लगे बागवानी को तहस-नहस कर जंगल की ओर चले गए। मालूम हो कि बीते तीन दिसंबर को हाथियों के दल द्वारा बरवाही गांव निवासी भगवान उरांव की गोदरमाना बाजार से लौटने के क्रम में घर के समीप अचानक घेर कर पटक कर मार डाला था। घटना के बाद गांव में पहुंचे वन प्रमंडल पदाधिकारी ने ग्रामीणों से हाथी को भगाए जाने का आश्वासन दिया था। मगर इस इलाके में अभी भी हाथियों का उत्पात जारी है। इस मामले में पूछे जाने पर वन प्रमंडल पदाधिकारी शशि कुमार ने बताया कि पिछले रविवार से ही बेतला व बारेसांढ़ से ग्यारह की संख्या में विशेषज्ञों का टीम भौंरी गांव के विभागीय क्वार्टर में रहकर इलाके मैं हाथियों की गतिविधि का पता लगाकर भगाने के काम में जुटा हुआ है। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों से मिल रही जानकारी के अनुसार चार दिन पूर्व विशालकाय हाथियों का दल जो बेतला व बारेसांढ़ तथा नेतरहाट के जंगल के नहीं लगते है, आशंका व्यक्त किया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ से आए हुए हाथियों का दल है जो काफी उत्पात मचा रहा है। सोमवार की देर रात उन लोगों को पंडरापानी इलाके में खदेड़ा गया है। हाथियों को भगाए जाने का क्रम लगातार जारी है। तब तक के लिए ग्रामीणों को सावधानी बरतने की अपील की गई है।