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मानसून ने जगाई उम्मीद, आद्रा में शुरू होगा कृषि कार्य

अंजनी कुमार उपाध्याय गढ़वा मानसून के आगमन के साथ रुक रुक कर लगातार बारिश हो रही

By JagranEdited By: Published: Wed, 16 Jun 2021 06:25 PM (IST)Updated: Wed, 16 Jun 2021 06:25 PM (IST)
मानसून ने जगाई उम्मीद, आद्रा में शुरू होगा कृषि कार्य
मानसून ने जगाई उम्मीद, आद्रा में शुरू होगा कृषि कार्य

अंजनी कुमार उपाध्याय, गढ़वा : मानसून के आगमन के साथ रुक रुक कर लगातार बारिश हो रही है। समय पर मानसून के आगमन ने किसानों की उम्मीदें जगा दी है। खेती कार्य शुरू करने के लिए किसानों में उत्साह है। सामान्यत: किसान आद्र्रा नक्षत्र में कृषि कार्य शुरू करते हैं, आद्रा 22 जून से शुरू होते ही खेतों में हल-बैल दिखने लगेंगे। इस वर्ष 13 जून को मानसून के आगमन के साथ ही बारिश शुरू हुई है। 15 जून तक 128 मिमी बारिश हो चुकी है। इससे निचले खेतों में पानी भरा हुआ है। वहीं टांड़ जैसी उपरी खेतों में भी अच्छी नमी है। अब तक हुई बारिश को तिल, अरहर आदि फसलों की खेती लायक पर्याप्त माना जा रहा है। किसानों को बारिश खुलने तथा मौसम साफ होने का इंतजार है। बारिश खुलने पर जल्द ही खेती कार्य शुरू हो जाएगा। लेकिन बिरसा कृषि विश्वविद्यालय की ग्रामीण कृषि मौसम सेवा द्वारा जारी बुलेटिन में जिले में 20 जून तक बारिश होने का अनुमान लगाया गया है। हालांकि बुधवार को बारिश नहीं हुई है। कई किसानों की मानें तो एक-दो दिन बारिश नहीं होने पर उपरी खेतों में जुताई करने लायक स्थिति हो जाएगी। यद्यपि आद्र्रा नक्षत्र में ही अधिकतर किसान खेती कार्य शुरू करते हैं। तब भदई फसलों की बोआई शुरू हो जाएगी। फसल आच्छादन का लक्ष्य पर एक नजर जिले में सबसे अधिक धान की खेती होती है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार विगत वर्ष की तरह इस वर्ष भी धान का आच्छादन लक्ष्य 55000 हेक्टेयर है। जबकि अरहर का 29000 हेक्टेयर, मक्का का 27200 हेक्टेयर, उरद का 10000 हेक्टेयर, मडुआ का 3400 हेक्टेयर, मूंगफली का 2800 हेक्टेयर, कुल्थी का 2000 हेक्टेयर तथा तिल का 1540 हेक्टेयर आच्छादन लक्ष्य है। वहीं भदई फसलों की बोआई 15 जुलाई तक की जाती है।

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- पक्ष -

समय पर मानसून के आगमन से खेती के लिए अनुकूल परिस्थिति है। इस वर्ष आईआर 64 तथा हाईब्रिड धान पीआरआरएच -2 का 1850 क्विटल बीज जिले में आया है। जिसे पैक्स के माध्यम से किसानों को 50 प्रतिशत अनुदान पर दिया जा रहा है।

-लक्ष्मण उरांव, जिला कृषि पदाधिकारी, गढ़वा।


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