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ओलचिकी लिपि के लिए कार्यशाला

जामा : जामा प्रखंड मुख्यालय के विकास भवन में शनिवार को आल इंडिया संताली एजुकेशन काउंस¨लग व आदिवासी स

By JagranEdited By: Published: Sat, 10 Nov 2018 06:38 PM (IST)Updated: Sat, 10 Nov 2018 06:38 PM (IST)
ओलचिकी लिपि के लिए कार्यशाला
ओलचिकी लिपि के लिए कार्यशाला

जामा : जामा प्रखंड मुख्यालय के विकास भवन में शनिवार को आल इंडिया संताली एजुकेशन काउंस¨लग व आदिवासी संथाली भाषा आल चिकी लिपी शिक्षा अभियान सेवा ट्रस्ट की ओर से कार्यक्रम का आयोजन कर नवनियुक्त शिक्षकों के चर्चा की गई। प्रखंड प्रभारी सुनील मुर्मू ने ने कहा कि ओलचिकी लिपि के अविष्कारक गुरु गोमके पंडित रघुनाथ मुर्मू ने आदिवासी समाज व संताली भाषा के लिए ओलचिकी लिपि बनाई। ओडिसा, पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार व असम के क्षेत्रों में जाकर आदिवासी लोगों के बीच प्रचार प्रसार किया। बताया कि अगर इस भाषा धर्म संस्कृति को भूल गए तो हमारा अस्तित्व ही समाप्त हो जाएगा। जामा प्रखंड में आदिवासी संताली भाषा ओलचिकी लिपि शिक्षा अभियान सेवा ट्रस्ट द्वारा चिह्नित विद्यालय में शिक्षकों की योगदान प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।

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मौके पर मोतीलाल सोरेन, सुनीता मुर्मू, कमिश्नर मुर्मू, जोसेफ किस्कू, विभीषण मुर्मू, बेटका सोरेन, जूली मुर्मू, बलीराम मरांडी, राजधन हांसदा, जयराम मरांडी बालेश्वर हेंब्रम, आदि मौजूद थे।


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