अंतरराज्यीय चोर गिरोह के दो सदस्य गिरफ्तार
दुमका जिले व इसके आसपास के इलाकों में बंद घर मंदिर व दुकानों को निशाना बनाने वाले अंतराज्यीय चोर गिरोह के दो किशोर सदस्यों को नगर थाना की पुलिस ने धर दबोचा शनिवार की रात बस स्टैण्ड के पास से दबोचा।
मंदिर, घर, दुकान व बाइक से उड़ाते थे पैसा
लैपटॉप व आठ मोबाइल भी किया गया बरामद
जागरण संवाददाता, दुमका : जिले व इसके आसपास के इलाकों में बंद घर, मंदिर व दुकानों को निशाना बनाने वाले अंतराज्यीय चोर गिरोह के दो किशोर सदस्यों को नगर थाना की पुलिस ने धर दबोचा शनिवार की रात बस स्टैण्ड के पास से दबोचा। पुलिस ने दोनों के पास से चोरी का एक लैपटाप और आठ मोबाइल बरामद किया है। गिरोह के सदस्य बंगाल के अलावा देवघर, दुमका में वारदात को अंजाम दिया करते थे। 12 सदस्यीय गिरोह का एक मास्टर माइंढ दुमका और दूसरा बंगाल में रहता है। पुलिस दोनों की तलाश कर रही है।
नगर थाना में रविवार को पुलिस निरीक्षक संजय मालवीय ने बताया कि एक फरवरी की रात चोरों ने बस स्टैंड में शहादत हुसैन के मोबाइल दुकान की छत तोड़कर दस मोबाइल, लैपटाप, पेन ड्राइव आदि सामान चोरी कर लिया था। प्राथमिकी के बाद एएसआइ मुश्ताक अहमद के अलावा प्रशिक्षु दारोगा जितेंद्र साहू, अभिनव साहू व विमेश कुमार को कांड के उदभेदन का दायित्व दिया गया। टीम ने शनिवार की रात बस स्टैंड से पालोजोरी के किशोर को पकड़कर पूछताछ की तो उसने बताया कि चोरी के मोबाइल को बेच दिया हैं और बाकी सामान घर पर रखा है। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर कुम्हारपाड़ा से एक और किशोर को पकड़कर पालोजोरी पुलिस के सहयोग से छापेमारी कर एक किशोर के घर से सारा सामान जब्त किया। हटिया दिन बनती योजना
चोरों ने स्वीकार किया कि हर शुक्रवार को हटिया के दिन किसी एक जगह पर चोरी की साजिश रची जाती है। इसके बाद दिन में रेकी करने के बाद घटना को अंजाम दिया जाता है। तीन दिन पहले इन लोगों ने ठाकुरबाड़ी मंदिर की दान पेटी में रखा दो हजार रुपया उड़ा लिया था। सीसीटीवी में हरकत कैद न हो इसलिए पेटी को चेहरे के सामने लगा दिया। कपड़ों से उनकी पहचान की गई। बंगाल से चलता है पूरा गिरोह
पुलिस निरीक्षक ने बताया कि पुछताछ में दोनों ने बताया कि गिरोह में एक दर्जन किशोर हैं। ये लोग तीन साल से बंद घर, दुकान, मंदिर के अलावा बाइक की डिक्की में रखा रुपया उड़ाते थे। गिरोह का सरगना बंगाल में रहता है। लोकल में भी एक मास्टर माइंड है। चोरी की साजिश तैयार होने के बाद पहले दिन में रेकी करते और रात को घटना को अंजाम देते।