आज दीपों से जगमगाएगी उपराजधानी
दुमका : दीपावली के पावन अवसर पर बुधवार को उपराजधानी दीपों से जगमगा उठेगी। दुमका को दीपों से रोशन करने के लिए मंगलवार को बड़ी संख्या में शहर ही नहीं दूर दराज गांव से आए लोगों ने जमकर खरीदारी की।
दुमका : दीपावली के पावन अवसर पर बुधवार को उपराजधानी दीपों से जगमगा उठेगी। दुमका को दीपों से रोशन करने के लिए मंगलवार को बड़ी संख्या में शहर ही नहीं दूर दराज गांव से आए लोगों ने जमकर खरीदारी की। गणेश-लक्ष्मी की मूíत के साथ दीया और पटाखा खरीदनेवालों की भारी भीड़ रही। दोपहर से शाम तक यह आलम हो गया था कि पैदल चलना भी मुश्किल था।
शहर की हर दुकान से लेकर घरों को चाइनिज लाइट से सजा दिया गया है। दूर से देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था कि मानो पूरा शहर विभिन्न रंग में रंग गया हो। महिलाएं भी पूजन सामग्री खरीदने के लिए परेशान दिख रही थीं। हर कोई बेहतर से बेहतर सामान खरीदने के प्रयास में लगा था। भीड़ की वजह से लोगों को अपनी बारी के लिए लंबा इंतजार भी करना पड़ा। भीड़ को देखते हुए धनतेरस के दिन जिस गणेश लक्ष्मी की प्रतिमा काफी दाम पर मिल रही थी, उसका दाम कर दुकानदार किसी तरह से बेचने के लिए परेशान नजर आ रहे थे।
दीयों की जमकर हुई खरीद
भले ही चीन की बनी लाइट लोगों के घरों में जगमगा रही हो लेकिन दीयों को खरीदनेवालों की संख्या भी कम नहीं थी। इस साल पहले की तुलना में अधिक दुकान लग जाने के कारण कुम्हारों ने दीयों का दाम कर 70 रुपया में सौ पीस बेच दिया। जबकि पिछले साल एक सौ पीस के लिए एक सौ रुपया देना पड़ता था। दुकान बजरंग की माने तो इस बार लोगों ने जमकर दीया की खरीद की। जबकि पिछले साल ऐसा नहीं था। माल अधिक न बच जाए, इसलिए कीमत में कमी करनी पड़ी।
दाम आसमान पर, जमकर खरीद
जिला प्रशासन के निर्देश पर इस बार भी पटाखा दुकानों को भीड़ भाड़वाली जगह से दूर ही रखा गया है। यज्ञ मैदान में करीब एक सौ दुकानों पर लोगों ने जमकर पटाखों की खरीद की। पिछले साल की तुलना में इस बार दाम में इजाफा हुआ लेकिन लोगों की सेहत पर इसका असर नहीं पड़ा। जो पटाखा पिछले साल एक सौ रुपया दर्जन बिकता था उसकी कीमत अब डेढ़ सौ करीब के पहुंच गई। खासकर बच्चों में पटाखों के प्रति काफी उत्साह देखा गया। बच्चों ने जमकर फूलझड़ी, मेहताब, चकरी, सांप और मिर्चा के पैकेट आदि की जमकर खरीद की। एक अनुमान के अनुसार इस बार दुमका शहर में करीब दस लाख के पटाखों की बिक्री हुई है।