लोकसभा चुनाव की हार से सबक लेने की जरूरत
रामगढ़ लोकसभा चुनाव में हुई हार और आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी के लिए शुक्रवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं की एक बैठक पथरिया पंचायत के लावरती गांव में आयोजित की गई। बैठक में लोकसभा चुनाव में झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन की हार पर पंचायत वार विस्तार से समीक्षा की गई।
रामगढ़ : लोकसभा चुनाव में हुई हार और आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी के लिए शुक्रवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं की एक बैठक पथरिया पंचायत के लावरती गांव में आयोजित की गई। बैठक में लोकसभा चुनाव में झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन की हार पर पंचायत वार विस्तार से समीक्षा की गई। बैठक में मुख्य रूप से उपस्थिति जामा विधायक विधायक सीता सोरेन ने कहा कि कार्यकर्ताओं को लोकसभा चुनाव से सीख लेनी चाहिए। किसी भी मायने में विपक्षी को कमजोर नहीं समझना चाहिए। विधानसभा चुनाव में कार्यकर्ता झामुमो के उद्देश्य के बारे में लोगों को बताएं। कार्यकर्ता अभी से क्षेत्र में अपनी पकड़ को मजबूत करें। यदि किसी गांव में किसी प्रकार की परेशानी होती है तो इसकी सूचना उन्हें तुरंत उपलब्ध कराएं ताकि उस पर काम किया जा सके। सीता सोरेन ने कहा कि झामुमो हमेशा से यहां के लोगों के लिए आंदोलन करते आ रही है। भाजपा केवल झूठ बोलनेवाली पार्टी है। झूठ का सहारा लेकर भाजपा चुनाव जीतने में माहिर हो चुकी है। इस बात को झामुमो कार्यकर्ता को जन-जन को बताना होगा। इस दौरान अधिकांश पंचायत के कार्यकर्ताओं ने हार का सबसे बड़ा कारण मोदी लहर को बताया। वहीं कई कार्यकर्ताओं ने कहा कि इस बार लोकसभा चुनाव में झामुमो पूर्व की तरह सक्रिय नहीं रही थी। प्रखंड के पदाधिकारी से लेकर जिला के पदाधिकारी तक समन्वय स्थापित नहीं हो सका था जिसके कारण झामुमो कार्यकर्ता में उत्साह नजर नहीं आ रहा था। कार्यकर्ताओं ने कहा कि लोकसभा चुनाव में हार का बदला विधानसभा चुनाव से लिया जाएगा। विधानसभा चुनाव में जामा विधानसभा से भारी मतों से झामुमो को जीत दिलाई जाएगी। कई कार्यकर्ताओं ने विधायक से कहा कि उनके द्वारा लगातार क्षेत्र का भ्रमण किया जाना चाहिए। ताकि कोई भी गांव में झामुमो के कार्यकर्ताओं के पहुंचने पर ग्रामीण यह शिकायत न करें कि विधायक क्षेत्र नहीं आती हैं। कार्यकर्ताओं ने कहा कि लोकसभा चुनाव में कार्यकर्ता झामुमो द्वारा किए गए कार्य को जनता तक सही तरीके से नहीं पहुंचा पाई, जिसके कारण भी झामुमो को हार का सामना करना पड़ा। कुछ कार्यकर्ताओं ने सशक्त बूथ पंचायत कमेटी बनाने को कहा एवं पार्टी में निष्क्रिय लोगों को पद से हटाने की सिफारिश भी की। इस दौरान प्रखंड अध्यक्ष शिवलाल मरांडी, नंदलाल प्रसाद राउत, प्रमुख सुराजमुनी हांसदा, छोटेलाल मंडल, अभय सिंह, पटवारी सोरेन, दिवाकर मंडल, कमलाकांत मंडल, ललन कुमार, अजीत दास, अशोक मंडल कुशियाम, तारनी मंडल, चंद्रदेव मंडल, परमानंद पंडित, केदार साह, राजेश पाल, दिनेश साह समेत अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।