बस पड़ाव हो संताल हूल के नायक चांद-भैरो के नाम
दुमका चांद-भैरो मुर्मू जीवन अखड़ा बैनर तले दुमका प्रखंड के जोगीडीह गांव के संतालों का पूज्यस्थल मांझी थान के सामने चबूतरा में दुमका के बस पड़ाव के नाम को लेकर बैठक किया गया। अखड़ा और ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से मांग किया कि दुमका बस पड़ाव का नाम अटल बिहारी बाजपेयी बस पड़ाव से परिवर्तित करके संताल हूल के महानायक स्वतंत्रा सेनानी चांद-भैरो मुर्मू के नाम समर्पित किया जाए।
दुमका : चांद-भैरो मुर्मू जीवन अखड़ा बैनर तले दुमका प्रखंड के जोगीडीह गांव के संतालों का पूज्यस्थल मांझी थान के सामने चबूतरा में दुमका के बस पड़ाव के नाम को लेकर बैठक किया गया। अखड़ा और ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से मांग किया कि दुमका बस पड़ाव का नाम अटल बिहारी बाजपेयी बस पड़ाव से परिवर्तित करके संताल हूल के महानायक स्वतंत्रा सेनानी चांद-भैरो मुर्मू के नाम समर्पित किया जाए। ग्रामीणों ने कहना है कि इस बार संताल हूल दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीर सिदो-कान्हू, चांद-भैरव और वीरांगना फूलोझानों एवं झारखंड उलगुलान के नायक धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा को मन की बात में याद किए। इसके लिए झारखंडी शुक्रगुजार हैं। इसके साथ-साथ झारखंड के राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू हूल की धरती दुमका आई और कही कि इतिहास को फिर से लिखे जाने की जरुरत है ताकि महानायक के संघर्ष को सम्मान मिले। ग्रामीणों ने कहा कि अगर वास्तव में ही संताल हूल के महानायकों को सम्मान देना चाहते हैं तो फिर दुमका बस पड़ाव का नाम संताल हूल के महानायक के नाम क्यों नहीं। जब तक सरकारी योजनाओं और जगहों का नाम इन महानायकों के नाम नहीं होगा तब तक इनके वीर गाथा को कौन याद करेंगे। इसलिए झारखंड सरकार, प्रशासन एवं नगरपालिका से मांग है कि दुमका बस पड़ाव का नाम बदला जाए। मांझी बाबा, गुडित, नायकी, जोगमंझी आदि के साथ ईमेन मुर्मू, संतोसिनी बेसरा, मेरी सुसना हेंब्रम, होलिका सोरेन, सावित्री हांसदा, सबिना मुर्मू, मेरू हांसदा, पंसूरी मरांडी, मालती मुर्मू, पोलिना टुडू, मंजुलता सोरेन, मनीषा मुर्मू, बुधनी मुर्मू, चरण मुर्मू, विकास हेंब्रम, इग्नासुस मुर्मू, प्रेम प्रकाश मुर्मू, विमल मुर्मू, मनोज मुर्मू, विनोद हेंब्रम, गाब्रियल हेंब्रम, दिलीप मुर्मू, संतोष हेंब्रम, बबूसोल मुर्मू, बबलू मुर्मू, एलीयूस मुर्मू, रामलाल मुर्मू, पनेस्वर सोरेन, प्रदीप मुर्मू, सिमोन किस्कू के साथ काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।