जरमुंडी बाल श्रमिक विद्यालय के शिक्षकों को 20 माह से नहीं मिल रहा मानदेय
बासुकीनाथ जरमुंडी प्रखंड स्थित बाल श्रमिक विद्यालय केंदुआटिकर में जिला बाल श्रमिक विद्यालय संघ के जिला संयोजक महेंद्र प्रसाद मंडल की अध्यक्षता में बाल श्रमिक शिक्षकों की एक आवश्यक बैठक हुई।
बासुकीनाथ : जरमुंडी प्रखंड स्थित बाल श्रमिक विद्यालय केंदुआटिकर में जिला बाल श्रमिक विद्यालय संघ के जिला संयोजक महेंद्र प्रसाद मंडल की अध्यक्षता में बाल श्रमिक शिक्षकों की एक आवश्यक बैठक हुई। बैठक में मुख्य रूप से बाल श्रमिक विद्यालयों में बच्चों के पठन-पाठन की समस्याओं और शिक्षकों के लंबित मानदेय भुगतान को लेकर बिदुवार व्यापक चर्चा की गई। शिक्षकों ने बताया कि अक्टूबर 2017 से मई 2019 तक के विगत 20 माह से उन्हें लंबित मानदेय भुगतान नहीं किया गया है। जिससे शिक्षकों को आíथक समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। शिक्षकों ने कहा कि बिना मानदेय भुगतान के आíथक तंगी झेल रहे शिक्षक लगातार दूसरे साल भी दुर्गापूजा, दीपावली, छठ पूजा, होली जैसे त्योहार नहीं मना पा रहे हैं। शिक्षकों को छोड़कर बाकी लोगों के घरों में त्योहार को लेकर रौनक होती है किन्तु शिक्षकों का परिवार तंगहाली में जी रहा है। परिवार में मायूसी छा गई है।
बैठक में बताया गया कि उनके विद्यालय कर्मियों व छात्रों सहित औपचारिक विद्यालयों में विलय कर दिया जाए। पिछले सत्र में नामांकित छात्रों की छात्रवृत्ति का भुगतान भी नहीं किया गया है। जिससे अभिभावकों में भी काफी असंतोष है।
इस बाबत शिक्षकों ने निर्णय लिया के वे 14 जून दिन शुक्रवार को उपायुक्त से मिलकर अपनी बातें रखेंगे। बाल श्रमिक शिक्षक महेश साह ने कहा कि उपायुक्त से आग्रह करेंगे कि मानवीय संवेदना प्रदर्शित करते हुए बाल श्रमिक शिक्षकों की विषम परिस्थितियों का समाधान कर अविलंब मानदेय भुगतान, विद्यालय विलय तथा छात्रवृति भुगतान करने की अपील करेंगे। इस मौके पर बैठक में महेंद्र प्रसाद मंडल, महेश कुमार साह, लालू प्रसाद मंडल, पूनम कुमारी, ओम प्रकाश, देवनारायण दास, कविता देवी, कल्पना देवी, पार्वती देवी, रामदेव पंडित, महेश कुमार, जवाहर झा, फजल अंसारी, अवनीकांत पांडेय, सुनैना कुमारी, पूनम कुमारी, जयमाला देवी सहित अन्य मौजूद थे।