संदिग्ध महिला नक्सलियों के बच्चों का चल रहा इलाज
दुमका : नवजात बच्चों की वजह से सदर अस्पताल में दो संदिग्ध महिला नक्सलियों का अभी भी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
दुमका : नवजात बच्चों की वजह से सदर अस्पताल में दो संदिग्ध महिला नक्सलियों का अभी भी अस्पताल में इलाज चल रहा है। अस्पताल प्रबंधन ने दोनों के बच्चों का बेहतर से बेहतर से इलाज कर रहा है। बीच-बीच में पुलिस के पदाधिकारी भी महिला से पूछताछ कर रहे हैं। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि महिलाओं का नक्सलियों से करीब का रिश्ता है या फिर संदेह के आधार पर उन्हें हिरासत में लिया गया है। प्रशासन सबसे पहले बच्चों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता दे रहा है।
दरअसल पांच दिन पहले एसएसबी ने सर्च ऑपरेशन के दौरान काठीकुंड के धूमना गांव से दो महिला नक्सलियों को हिरासत में लिया था। एक महिला का नौ दिन और दूसरे का एक माह का बच्चा है। दो दिन तक पूछताछ करने के बाद पुलिस ने बच्चों के स्वास्थ्य को देखते हुए मां और बच्चों को सदर अस्पताल में भर्ती कराया। दोनों महिलाओं की उम्र 17 साल के आसपास लिखाई गई है। दोनों को कालाजार मरीजों के लिए बने अलग वार्ड में रखा गया है। जहां किसी को भी उनसे मिलने नहीं दिया जा रहा है। एक महिला समेत पांच जवान लगातार कमरे के अंदर सुरक्षा के लिए तैनात है। पुलिस अधिकारी भी कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं है। पुलिस बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर पूरी तरह से गंभीर है। इसलिए बच्चों को वो हर सुविधा दी जा रही है जो एक नवजात को मिलनी चाहिए। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि महिलाओं का सीधे नक्सलियों से संबंध है या फिर शक के आधार पर उन्हें हिरासत में लिया गया है। हालांकि दोनों के पति का भी नक्सलियों से किसी तरह का संबंध नहीं है। पुलिस उनके सहारे किस तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। इस बारे में पुलिस का एक भी पदाधिकारी कुछ बताने के लिए तैयार नहीं है। शुक्रवार को एसडीपीओ पूज्य प्रकाश ने महिलाओं से करीब एक घंटे तक पूछताछ की थी।