गंगा दशहरा पर बासुकीनाथ मंदिर में सन्नाटा
बासुकीनाथ(दुमका) विश्व प्रसिद्ध बाबा बासुकीनाथ के दरबार में ज्येष्ठ मास शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरा के पावन पर सोमवार को पूजारियों ने भोलेनाथ की विधिवत पूजा व रात्रि में भव्य श्रृंगार पूजा की। लॉकडाउन की वजह से मन्दिर के बाहरी गेट में ताला लटका रहा व बाहरी भक्तों के दर्शन पूजन पर पूर्णत मनाही थी। इस कारण गंगा दशहरा के बावजूद पूरे मन्दिर परिसर में सन्नाटा पसरा रहा। वहीं आस्थावानों ने अपने-अपने घरों में ही धाíमक अनुष्ठान कराए। दूसरी और कई भक्तों ने बाबा बासुकीनाथ मंदिर के पूर्वी गेट से ही बाबा मंदिर के गुंबज का दर्शन कर मन ही मन भोलेनाथ का ध्यान किया।
- लॉकडाउन को लेकर भक्तों ने घरों में किए धार्मिक अनुष्ठान
-गंगा दशहरा पर बासुकीनाथ मंदिर व शिवगंगा घाट में छाया रहा सन्नाटा
संवाद सहयोगी, बासुकीनाथ(दुमका) : विश्व प्रसिद्ध बाबा बासुकीनाथ के दरबार में ज्येष्ठ मास शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरा के पावन पर सोमवार को पूजारियों ने भोलेनाथ की विधिवत पूजा व रात्रि में भव्य श्रृंगार पूजा की। लॉकडाउन की वजह से मन्दिर के बाहरी गेट में ताला लटका रहा व बाहरी भक्तों के दर्शन पूजन पर पूर्णत: मनाही थी। इस कारण गंगा दशहरा के बावजूद पूरे मन्दिर परिसर में सन्नाटा पसरा रहा। वहीं आस्थावानों ने अपने-अपने घरों में ही धाíमक अनुष्ठान कराए। दूसरी और कई भक्तों ने बाबा बासुकीनाथ मंदिर के पूर्वी गेट से ही बाबा मंदिर के गुंबज का दर्शन कर मन ही मन भोलेनाथ का ध्यान किया। बासुकीनाथ मन्दिर के पंडित आशुतोष झा बताते है कि इस विशिष्ठ तिथि गंगा दशहरा के दिन गंगा स्नान, शिव पूजा-अर्चना एवं दान-ध्यान करने से असीम पुण्य की प्राप्ति होती है और किये गये दान एवं ध्यान का फल कभी व्यर्थ नही जाता है।