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जलसेना ने बारिश की बूंद सहेजने को खोदा गड्ढा

मसलिया मसलिया प्रखंड के मध्यविद्यालय दलाही में बुधवार को दैनिक जागरण के जलसंचयन और पर्यावरण संरक्षण के लिए विद्यालय की जलसेना के द्वारा गड्ढा की खुदाई की गई। विद्यालय के सचिव किशोर कुमार महतो ने छात्र-छात्राओं को जलसंचयन के महत्व को बताया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 31 Jul 2019 04:54 PM (IST)Updated: Wed, 31 Jul 2019 04:54 PM (IST)
जलसेना ने बारिश की बूंद सहेजने को खोदा गड्ढा
जलसेना ने बारिश की बूंद सहेजने को खोदा गड्ढा

मसलिया : मसलिया प्रखंड के मध्यविद्यालय दलाही में बुधवार को दैनिक जागरण के जलसंचयन और पर्यावरण संरक्षण के लिए विद्यालय की जलसेना के द्वारा गड्ढा की खुदाई की गई। विद्यालय के सचिव किशोर कुमार महतो ने छात्र-छात्राओं को जलसंचयन के महत्व को बताया। उन्होंने कहा कि जलजीवन का केंद्र बिदु है। जल के बिना जीवन का हर सपना अधूरा है। हम सबको चाहिए कि किसी भी प्रकार जलसंचयन करें। बारिश के बहते हुए पानी को रोकें ताकि जो जलस्तर जमीन से अत्यंत नीचे चला गया है, वह ऊपर आ सके। कहा कि हम सब पौधरोपण कर भी जलसंचयन कर सकते हैं। पेड़ अपने आसपास के बहते हुए पानी को सोखने का काम करते हैं। पर्यावरण में ऑक्सीजन की मात्रा को भी बढ़ाते हैं। जिससे पर्यावरण स्वच्छ रहता है। छात्र छात्राओं ने जलसंचयन एवं पौधरोपण का संकल्प लिया। मौके पर जलसेना के सदस्य एनोश मुर्मू, विनोद मुर्मू, दिनेश रे, आकाश पूजहर, देवानंद भंडारी, मंजू कुमारी, राधिका कुमारी, शिवधन मुर्मू, प्रशान्त सोरेन, प्रियंका यादव, प्रीति नाग, सहित शिक्षक बृंदावन महतो, जगत मांझी, स्नेहलता किस्कू, दिनेश बास्की, कालीपद हांसदा, नवहारी दस भी मौजूद थे।

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दलाही : मसलिया प्रखंड के मध्य विद्यालय गुमरो में राज्य परियोजना निदेशक  के आदेशानुसार जलसेना का गठन किया गया।  कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय प्राचार्य लालबहादुर सिंह  ने की। दस सदस्यीय जलसेना के लिए विकास साह, आरती झा, अमित कुमार, गणेश सिंह, राज मंडल, आशीष दत्त, पायल दे, प्रीतम कुमार सिंह, बेनू कुमारी, अंजली झा को चुना गया। प्राचार्य ने जलसंचयन की महत्ता के बारे में बच्चों को  बताते हुए कहा कि वर्षा जल संग्रहण आज के समय के लिए बहुत ही जरूरी हो गया है। शहरी क्षेत्रों में इसका असर आंखों के सामने देखा जा रहा है। जहां पहले बीस पच्चीस फुट की गहराई तल में ही पानी मिलता था आज पचास सौ फीट में भी नहीं मिल रहा है। इससे इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि आनेवाले समय में स्थिति क्या होनेवाली है। समय रहते यदि इसका उपाय किया जाए तो आनेवाली स्थिति को ठीक कर सकते हैं। इस प्रकार के जलसंचय से भूजल स्तर पर जल बना रहता है। मौके पर विद्यालय की नेहा कुमारी, आंचल कुमारी, दीपिका कुमारी, उदय सिंह, सागर सिंह, उमेश सिंह, राकेश सिंह आदि मौजूद थे।

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