वैज्ञानिकों ने जताया मक्का फसल में फॉल आर्मी वर्म के प्रकोप की आशंका
बासुकीनाथ जरमुंडी प्रखंड अंतर्गत ठेकचाघोंघा पंचायत के झखिया गांव में गुरुवार को केंद्रीय दल के वैज्ञानिकों द्वारा मक्का फसल का निरीक्षण किया गया। इस मौके पर कृषि वैज्ञानिक डॉ. एस बनर्जी ने बताया कि मक्का फसल में संभवत फॉल आर्मी वर्म (सैनिक कीट) का आक्रमण हुआ है। इसके जांच के लिए (आइपीएम) समेकित कीट प्रबंधन के तहत फेरोमॉन ट्रैप खेत में लगाया गया है।
बासुकीनाथ : जरमुंडी प्रखंड अंतर्गत ठेकचाघोंघा पंचायत के झखिया गांव में गुरुवार को केंद्रीय दल के वैज्ञानिकों द्वारा मक्का फसल का निरीक्षण किया गया। इस मौके पर कृषि वैज्ञानिक डॉ. एस बनर्जी ने बताया कि मक्का फसल में संभवत: फॉल आर्मी वर्म (सैनिक कीट) का आक्रमण हुआ है। इसके जांच के लिए (आइपीएम) समेकित कीट प्रबंधन के तहत फेरोमॉन ट्रैप खेत में लगाया गया है। निरीक्षण के लिए पौधा संरक्षण कर्मी भोलानाथ मंडल को निर्देश दिया गया है। इस बाबत केंद्रीय टीम द्वारा बताया गया कि 15 दिनों की जांच के बाद ही सही तौर पर बताया जा सकता है कि रोग ग्रस्त मक्का फसल के पीछे फॉल आर्मी कीट है या नहीं। केंद्रीय दल के वैज्ञानिकों ने बताया कि पश्चिम बंगाल में इस कीट का प्रकोप बहुत अधिक देखा गया है। यह कीट हवा के माध्यम से एक स्थान से दूसरे स्थान तक 1 दिन में लगभग सौ किमी. तक पहुंच सकते हैं। वैज्ञानिकों ने इसके नियंत्रण के लिए किसानों को इसका उपचार बताते हुए अपने खेतों की गहरी जुताई करने को कहा है। कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर एस बनर्जी ने बताया की बुवाई से पहले बीज का उपचार अवश्य करें। ताकि इसकी रोकथाम हो सके। फसल में कीट का प्रकोप हो जाने पर फ्यूराडन 3 जी नामक दवा 5 से 10 दाना मक्का फसल में डालें। इस मौके पर केंद्रीय टीम के अलावा जरमुंडी प्रखंड कृषि पदाधिकारी अक्षय कुमार, बीटीएम समरेंद्र सिन्हा, सन्तोकी राय सहित झखिया गांव के किसान नवोद मसात, पौधा संरक्षण कर्मी भोलानाथ मंडल व शंकर प्रसाद सहित दर्जनों अन्य किसान उपस्थित थे।