4.97 करोड़ से बनेगा संस्कृति भवन व विकास केंद्र
खाली पड़े सरकारी बस स्टैंड के दिन बदलने वाले हैं। नगर परिषद यहां की पांच एकड़ जमीन में बहुद्देशीय सह कल्चर भवन के अलावा एक विकास केंद्र बनवाने जा रही है।
खाली पड़े सरकारी बस स्टैंड के दिन बदलने वाले हैं। नगर परिषद यहां की पांच एकड़ जमीन में बहुद्देश्यीय सह कल्चर भवन के अलावा एक ग्राम विकास केंद्र बनवाने जा रही है। इसके लिए जमीन का चयन कर लिया गया है। पूरे प्रोजेक्ट पर 4. 97 करोड़ रुपया खर्च किया जाएगा।
दरअसल इस बस स्टैंड से पहले बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की बस चला करती थीं। पिछले दस साल से यहां पर किसी तरह की बस का ठहराव नहीं होता है। यहां पर होने वाले सभी कार्य बंद हैं। पूरा बस स्टैंड परिसर करीब आठ एकड़ जमीन में फैला हुआ था। पांच साल पहले इसे अंतरराष्ट्रीय बस स्टैंड बनाने का प्रयास किया गया, लेकिन बात नहीं। नई योजना बनने से पहले ठंडे बस्ते में चली गई। वर्ष 18 तत्कालीन उपायुक्त मुकेश कुमार ने पांच एकड़ जमीन का उपयोग करने की सोची और यहां पर एक बहुद्देश्यीय सह कल्चर भवन और विकास केंद्र खोलने की तैयारी शुरू की। उनके स्थानांतरण के बाद योजना अधर में लटक गई। अब नगर परिषद ने फिर से काम कराने की तैयारी शुरू कर दी है। पांच एकड़ जमीन में 4.97 करोड़ से क्या क्या काम होना है, इसका सारा खाका तैयार कर लिया गया है।
-------------------
जमीन का चल रहा सर्वे
नगर परिषद ने चयनित जमीन पर होने वाले निर्माण कार्य की सारी तैयारी कर ली है। किस तरह का भवन बनेगा। विकास केंद्र में किस तरह से वार्ड के लोग अपनी शिकायत लेकर आएंगे। अब नगर परिषद अपनी पांच एकड़ जमीन की तलाश करने के लिए जमीन का सर्वे कराकर यह जानना चाहती है कि कहां पर उसकी जमीन है और निर्माण के लिए कितनी उपयुक्त जमीन चाहिए।
-----------------
वर्जन
भवन के लिए पांच एकड़ जमीन चयनित कर ली गई है, जिस तरह से भवनों का निर्माण होना है, उसके लिए जमीन पर्याप्त है या नहीं, इसके लिए सर्वे कराया जा रहा है। सर्वे का काम पूरा होने के बाद कुछ प्रक्रिया पूरी करने के बाद काम शुरू करा दिया जाएगा।
संजीव उरांव, अभियंता, नगर परिषद