कच्ची का विरोध, पक्की सड़क की मांग
दलाही मसलिया प्रखंड के इन दिनों ग्रामीण क्षेत्रों की सड़क की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। सरकार ग्राम सड़क योजना के तहत गांवों में पक्की सड़क बनवाने व गांवों को शहरों से जोड़ने का वादे कर रही है पर जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है।
दलाही : मसलिया प्रखंड के इन दिनों ग्रामीण क्षेत्रों की सड़क की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। सरकार ग्राम सड़क योजना के तहत गांवों में पक्की सड़क बनवाने व गांवों को शहरों से जोड़ने का वादे कर रही है पर जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। कुंजबोना पंचायत के वृंदावनी गांव की कीचड़ से भरी सड़क ने लोगों की जीना मुहाल कर दिया है। करीब तीन सौ मीटर लंबी सड़क में हर मौसम में कीचड़ भरा रहता है। आने जानेवालों को पार होने से पहले सोचने पड़ता है। कई चुनाव में वोट मांगनेवाले इसी रास्ते से आते रहे हैं और जीतने के बाद उस रास्ते को भूल गए। बुधवार को गांव की महिलाओं ने पक्की सड़क की मांग के लिए प्रदर्शन किया। गांव के सुनील राय का कहना था कि कीचड़ की वजह से रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया। बाड़ी के रास्ते पार होना पड़ता है। अगर खेती के लिए बाड़ी को घेर दिया तो रास्ता गुजरने लायक नहीं बचेगा। दीपक हेंब्रम ने कहा कि दलदल ने हर किसी को परेशान कर दिया है। बदबू की वजह से रहना मुश्किल है। कोई सुनता ही नहीं है। पानकुड़ी हेंब्रम ने कहा कि सड़क के लिए मुखिया से कई बार बोला गया। पिछले साल थोड़ा सा पीसीसी कराया गया, पर कीचड़ से मुक्ति नहीं मिली। यहां पक्की सड़क के साथ नाली की व्यवस्था होनी चाहिए।
छोटो मरांडी ने कहा कि सड़क चलने लायक नहीं है। चापाकल का पानी निकासी का नाली नहीं बनने से पानी सड़क पर आ जाता है। जिससे कीचड़ हमेशा बना रहता है। इसकी समुचित व्यवस्था संबंधित अधिकारी करें। ग्रामीण कुंजीराम मरांडी, हराधन मरांडी, जयलाल मरांडी, सर्वेश्वर हेंब्रम, रानी टुडू, सोनामनी हांसदा, सरोदी टुडू आदि ने कहा कि यदि प्रशासन ने जल्द ही इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया तो विवश होकर चुनाव से पहले कोई निर्णय लेना होगा।