नारगंज में दो साल से चापाकल खराब, ग्रामीणों ने लगाई गुहार
काठीकुंड प्रखंड के नारगंज गांव के छोटा नारगंज टोला और बड़ा नारगंज टोला में पीने के पानी का घोर संकट चपुड़िया पंचायत के इन दोनों टोलों में रहनेवाले ग्रामीणों का कहना है कि इलाके के सभी चापाकल करीब दो वर्ष से खराब हैं लेकिन कोई सुध लेने वाला नहीं है।
जागरण संवाददाता, दुमका: काठीकुंड प्रखंड के नारगंज गांव के छोटा नारगंज टोला और बड़ा नारगंज टोला में पीने के पानी का घोर संकट चपुड़िया पंचायत के इन दोनों टोलों में रहनेवाले ग्रामीणों का कहना है कि इलाके के सभी चापाकल करीब दो वर्ष से खराब हैं, लेकिन कोई सुध लेने वाला नहीं है। शुक्रवार को ग्रामीणों ने इसके विरोध में प्रदर्शन किया।
इलाके में पांच चापाकल, दम तोड़ चुके चार: छोटा नारगंज टोला में करीब 30 घर हैं, जिसमें दो चापाकल है। विगत दो वर्षो से दोनों चापाकल खराब पड़े हैं। वहीं बड़ा नारगंज में करीब 30 घर है और यहां तीन चापाकल हैं। इसमें एक गांव का चापाकल है, जो दो वर्ष से खराब है। दो अन्य चापाकल तसर की खेती के लिए खेत में लगाए गए थे, जिसमें एक चापाकल एक वर्ष से खराब है और दूसरा चापाकल ठीक है, जो गांव से करीब एक किलोमीटर दूर है। इसी चापाकल से वर्तमान में ग्रामीणों की प्यास बुझ रही है। ग्रामीणों का कहना है करीब एक किलोमीटर दूर से पीने का पानी लाते हैं, जिससे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इससे अधिकतर समय पानी लाने में चला जाता है। मजबूरी में कभी-कभी कुआं का प्रदूषित पानी भी उपयोग करते हैं, लेकिन इसके सेवन से बीमारी व संक्रमण का खतरा बना रहता है।
कर चुके शिकायत, पर नहीं हुई मरम्मत: ग्रामीणों का कहना है कि मुखिया से चापाकल मरम्मत की गुहार लगा चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। ग्रामीणों ने उपायुक्त से चापाकल मरम्मत का आग्रह किया है। मौके पर आरती देवी, कलावंती देवी, ललिता देवी, कार्तिक रॉय, सकिचंद मिर्धा, पावेल मुर्मू, बेंजामिन मरांडी, स्टेनसिला मुर्मू, बिटिया हेंब्रोम, मैनेजर रॉय, बसंती देवी, मैदी टुडू, पूरण रॉय, जीतन रॉय, मुकेश रॉय आदि उपस्थित थे।
डीसी ने दिया समस्या के समाधान का निर्देश: इधर सोशल मीडिया पर इसकी सूचना आते ही डीसी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए संबंधित एजेंसी को इसके निराकरण का निर्देश दिया है।