बाहर के पांच लड़के पहुंचाते थे नशीला पदार्थ
दुमका : संत जोसेफ के जूनियर छात्रों से चोरी करवाने व नशीला पदार्थ की आदत डलवानेवाले तीन आ
दुमका : संत जोसेफ के जूनियर छात्रों से चोरी करवाने व नशीला पदार्थ की आदत डलवानेवाले तीन आरोपी छात्रों का बाल कल्याण समिति के पदाधिकारियों ने बयान दर्ज किया। मुख्य आरोपी कक्षा नौ का छात्र समिति को गुमराह करने में सफल रहा। उसने अपने खिलाफ नौ साथियों द्वारा दिए गए बयान को एक सिरे से खारिज कर दिया। इतना जरूर स्वीकार किया कि टीन बाजार का गोपाल नामक युवक अपने पांच साथियों के साथ स्कूल के कुछ छात्रों को बुलाकर नशीला पदार्थ आदि मुहैया कराता था लेकिन उसका इससे कोई वास्ता नहीं है। समिति नोटिस भेजकर फादर को बुलाकर उनका भी बयान दर्ज करेगी।
नगर थाना पुलिस का दबाव पड़ने के बाद तीनों आरोपी युवक के परिजन उन्हें लेकर थाना पहुंचे। यहां से सभी को बयान के लिए बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया गया। समिति सदस्य रंजन सिन्हा ने मुख्य आरोपी कक्षा नौ के छात्र दुधानी के निवासी को अलग कक्ष में ले गए। काफी प्रयास के बाद भी छात्र ने सारे मामले में अपने को निर्दोष ही बताया। वह एक बात पर ही अड़ा रहा कि उसने एक छात्र को अपना मोबाइल दिया। मोबाइल टूट जाने पर उससे 12 सौ रुपया लिया। इस बात की जानकारी फादर को भी दी गई थी। इसके बाद उसने चुप्पी साध ली। समिति ने दूसरे आरोपी दो छात्र का भी बयान लिया। दोनों ने दुधानी निवासी छात्र को हर चीज के लिए जिम्मेदार ठहराया। उनके बयान लेने के बाद मुख्य आरोपी छात्र को फिर से बुलाकर पूछताछ की गई तो उसने भी आरोप से किनारा कर लिया। समिति ने उसे बाल गृह भेजने का निर्णय लिया लेकिन बाद में ऐसा नहीं कर तीनों को एक साथ घर भेज दिया गया। पूरे प्रकरण में मुख्य आरोपी छात्र समिति को पूरी तरह से चकमा देने में सफल रहा। सदस्यों ने उसे कार्रवाई का भय दिखाया लेकिन वह रटे रटाए अपने बयान पर ही अड़ा रहा। उसकी मां और पिता भी उसे पूरी तरह से निर्दोष बताते रहे। चालक पिता का कहना था कि उनका बेटा इस तरह की हरकत कर ही नहीं सकता।
बाहर का एक युवक आता था साथियों के साथ
बयान के दौरान एक मुख्य आरोपी छात्र ने बताया कि टीन बाजार का रहने वाला गोपाल नामक लड़का अपने चार पांच साथियों के साथ स्कूल आता था। उसकी कुछ छात्रों से जान पहचान है। हो सकता है कि वही लड़का नशीला पदार्थ स्कूल में पहुंचाता था।
नशा करनेवालों में कुछ लड़कियां भी
छात्रों के बयान से यह बात सामने आयी है कि स्कूल में बहुत कुछ गलत होता था। कुछ लड़कियों भी नशा करती हैं। इनकी आरोपी युवकों के साथ दूसरे अन्य छात्रों से दोस्ती है। वहीं शिकायत दर्ज करनेवाले नौ छात्रों का कहना था कि आरोपी छात्र अपने मोबाइल में कुछ लड़कियों की तस्वीर भी रखते हैं और बच्चों को परेशान करने में उनका भी हाथ रहता है। पैसा नहीं लानेवाले छात्रों को परीक्षा हाल के अलावा छत जानेवाली सीढ़ी पर भी ले जाकर पीटा जाता था।
एक शिक्षक पर छेड़खानी का लगा था आरोप
बच्चे तो दूर शिक्षक भी छेड़खानी से बाज नहीं आते हैं। समिति को दिए बयान में एक छात्र ने बताया कि तीन माह पहले स्कूल के एक शिक्षक ने एक छात्रा से छेड़खानी की थी। शिकायत मिलने के बाद स्कूल प्रबंधन ने उसे निकाल दिया था लेकिन फिर उसे रख लिया। उसकी नजर बहुत गंदी है।
फादर को होगी नोटिस
स्कूल परिसर में लंबे समय से इतना सब कुछ हो रहा था लेकिन फादर को इसकी भनक तक नहीं लगी। अगर लगी थी तो उन्होंने किसी तरह की कार्रवाई क्यों नहीं की। इस बात की सच्चाई जानने के लिए बाल कल्याण समिति फादर पीयूष मरांडी को नोटिस भेजकर बुलाएगी। उम्मीद है कि 18 सितंबर को फादर समिति के सामने पेश होंगे।
दो छात्र स्कूल से निष्कासित
जूनियर छात्रों से चोरी करवानेवाले दो आरोपी छात्रों को प्रबंधन ने स्कूल से निकाल दिया। प्रबंधन ने दोनों को एसएलसी भी थमा दी। वहीं अन्य आरोपी छात्रों की पहचान का प्रयास किया जा रहा है।