बिना निबंधन स्कूलों का हो रहा संचालन
दुमका दुमका व आसपास के इलाकों में निजी विद्यालयों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। लेकिन इन विद्यालयों के संचालन में सरकार द्वारा तय मापदंड का पालन नहीं हो रहा है। विभाग की मानें तो दुमका व आसपास के इलाके में करीब 125 निजी विद्यालय संचालित हो रहे हैं। लेकिन विभाग की नजर में अब तक सिर्फ चार ने ही विधिवत अपना पंजीयन कराया है। जबकि सभी को पंजीकृत किया जाना है। इसके लिए सभी विद्यालयों को नोटिस भी जारी किया गया है। पंजीयन को लेकर हाल में शिक्षा विभाग की ओर से एक कार्यशाला भी आयोजित की गई थी। इस दौरान सभी विद्यालय के प्रतिनिधियों को स्कूल को कैसे पंजीकृत कराना है इस बारे में जानकारी दी गई। उन्हें क्या-क्या कागजात प्रस्तुत करने हैं और स्कूल के संचालन में किन नियमों का अनुपालन आवश्यक है इस बारे में बताया गया।
जागरण संवाददाता, दुमका: दुमका व आसपास के इलाकों में निजी विद्यालयों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। लेकिन इन विद्यालयों के संचालन में सरकार द्वारा तय मापदंड का पालन नहीं हो रहा है। विभाग की मानें तो दुमका व आसपास के इलाके में करीब 125 निजी विद्यालय संचालित हो रहे हैं। लेकिन विभाग की नजर में अब तक सिर्फ चार ने ही विधिवत अपना पंजीयन कराया है। जबकि सभी को पंजीकृत किया जाना है। इसके लिए सभी विद्यालयों को नोटिस भी जारी किया गया है। पंजीयन को लेकर हाल में शिक्षा विभाग की ओर से एक कार्यशाला भी आयोजित की गई थी। इस दौरान सभी विद्यालय के प्रतिनिधियों को स्कूल को कैसे पंजीकृत कराना है इस बारे में जानकारी दी गई। उन्हें क्या-क्या कागजात प्रस्तुत करने हैं और स्कूल के संचालन में किन नियमों का अनुपालन आवश्यक है इस बारे में बताया गया। लेकिन अभी तक विद्यालयों को पंजीकृत करने की दिशा में स्कूल प्रबंधन द्वारा अब तक सकारात्मक प्रयास किया गया है। जामा के मनोरमा आवासीय विद्यालय से चार बच्चे भाग गए तो फिर से नियमों को लेकर चर्चा शुरू हो गई। फिर से निजी विद्यालयों के पंजीयन का मामला उठने लगा है। ऐसे में शिक्षा विभाग पर भी सवाल उठने लगा है। आखिर अधिकारी गैर पंजीकृत स्कूलों पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं। सवाल उठता है कि जहां एक ओर पंजीयन न होने से बिना संसाधन के स्कूलों का संचालन हो रहा है तो दूसरी ओर सरकार को भी राजस्व की क्षति हो रही है। जिले में करीब 125 निजी विधालय संचालित हैं और इनमें से चार को ही मान्यता है। पंजीयन को लेकर कार्यशाला भी आयोजित किया था। विभाग की ओर से गैर पंजीकृत स्कूलों को नोटिस भी दिया गया है।
मनोज अंबष्ठ, जिला शिक्षा परियोजना पदाधिकारी दुमका