राशन के लिए पहाड़ पर लोग जाते अंगुठा लगाने
राशन पाने के लिए लोग पहाड़ पर जाते अंगुठा लगाने
रामगढ़ : अनाज के लिए घर से चार किमी दूर पहाड़ पर चढ़कर ईपॉस मशीन पर अंगूठा लगाना लाभुकों की मजबूरी समझे या फिर सरकार की गलत नीति का अंजाम। दोनों ही परिस्थिति में लाभुक की मजबूरी है। सरकार ने राशन वितरण के लिए सभी दुकानदारों के यहां ईपॉस मशीन तीन वर्ष पूर्व ही लगा दी है। लेकिन इतने दिनों बाद भी सभी जगह पर नेटवर्क उपलब्ध नहीं हो पाया। जिसके कारण आज लाभुक अपने घर से काफी दूर जाकर अनाज के लिए ईपॉस मशीन पर अंगूठा लगाते हैं। प्रखंड के पथरिया पंचायत अंतर्गत पथरिया कमार टोला में स्थित जन वितरण प्रणाली के दुकानदार जेठा हेम्ब्रम द्वारा शुक्रवार को अपने गांव से चार किलो मीटर दूर नगरापहाड़ी के पहाड़ पर अपने लाभुकों से ईपॉस मशीन पर अंगूठा लगवा रहा था। पूछने पर बताया कि दुकान में सिग्नल नहीं आता है। दिन भर में तीन से चार लोगों को ही रसीद निकल पाती है। जिसके कारण सभी लाभुक को लेकर दुकान से दूर नगरापहाड़ी के पहाड़ पर प्रतिमाह आना पड़ता है। वहीं लावरती गांव के निलंबित दुकानदार अभिमन्यु मांझी के दुकान को भी इनके दुकान में टैग कर दिया गया है। जिसके कारण जोरडीहा के पहाड़ में लावरती, मयुरनाथ, सिमरदुमा एवं जामवारी के लाभुकों का अंगूठा लिया जाता है। बहरहाल अनाज पाने के लिए प्रतिमाह लाभुकों को पहाड़ पर चढ़ने की मजबूरी है।