ज्यादा धन ही पाप व लोभ का कारण
दुमका दुधानी स्थित रामकृष्ण आश्रम में बुधवार को कल्पतरू दिवस मनाया गया है। करीब दो घंटे चले कार्यक्रम में परमहंस के संदेशों के बारे में बताया गया। इसके बाद हवन का काम हुआ।
दुमका : दुधानी स्थित रामकृष्ण आश्रम में बुधवार को कल्पतरू दिवस मनाया गया है। करीब दो घंटे चले कार्यक्रम में परमहंस के संदेशों के बारे में बताया गया। इसके बाद हवन का काम हुआ।
स्वामी विश्वरुप जी महाराज ने कहा कि आज ही के दिन 1886 में करूणा के सागर व युगावतार रामकृष्ण परमहंस ने अपने भक्तों को अभयदान दिया था। एक अलौकिक रूप में दिन के त्रिपहर में काशीपुर उद्यानवाटी में भक्तों को मनचाहा आशीर्वाद देकर विश्व में एक आदर्श स्थापित किया। रामकृष्ण के अनुसार मनुष्यों को चितन करना चाहिए। ईश्वर से इतना ही मांगना चाहिए जिससे पेट भर सके। ज्यादा धन जमा करना ही पाप व लोभ का कारण है। कहा कि मनुष्य जीवन की प्राप्ति का मूल उद्देश्य ही भगवान की प्राप्त करना है। इससे पूर्व रामस्वारथ पासवान ने रामकृष्ण के जीवन से संबंधित एक गीत प्रस्तुत किया। अधिवक्ता विजय कुमार सिंह ने कहा कि रामकृष्ण के बताए मार्ग पर चलकर ही सच्ची भक्ति प्राप्त की जा सकती है। आश्रम के भक्त दिवाकर महतो ने कहा कि यदि रामकृष्ण की बातें मनुष्य मानने लगे तो संसार से कष्ट ही दूर हो जाएगा। कार्यक्रम की शुरूआत मीना मांझी की भक्तिमय संगीत से हुई। कार्यक्रम में विजय कुमार सिंह, बामा यादव, उमाकांत राउत, नीरज नाग, मनोज नाग, स्वरूप सेन गुप्ता, रीता दत्त, अíपता नाग, आर्या सेन, शिबू चक्रवती, समीर दास, आशीष, प्रताप शंकर समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।