हड़ताल पर गए मनरेगा कर्मी, कामकाज ठप
दुमका : पारा शिक्षकों पर लाठीचार्ज के बाद मनरेगा कर्मियों ने भी अनिश्चितकालीन हड़ताल कर सरकार की परेशानी को दुगुना कर दिया है।
दुमका : पारा शिक्षकों पर लाठीचार्ज के बाद मनरेगा कर्मियों ने भी अनिश्चितकालीन हड़ताल कर सरकार की परेशानी को दुगुना कर दिया है।
शुक्रवार को मनरेगा कर्मी के अलावा बीपीओ, एई, जेई, लेखापाल, कंप्यूटर ऑपरेटर और ग्राम रोजगार सेवक ने धरना देकर सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। जिलाध्यक्ष बसंत कुमार टुडू ने कहा कि कर्मी पिछले माह से पांच मांग के लिए आंदोलन कर रहे थे लेकिन सरकार की ओर से किसी तरह की पहल नहीं की गई। इससे साफ होता है कि सरकार उनकी मांग के प्रति गंभीर नहीं है। सरकार की इसी उदासीनता की वजह से सभी को अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के लिए विवश होना पड़ा। उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय के आदेश पर सेवा स्थायी की जाए और समायोजन करते हुए स्थायी कर्मी की तरह सारी सुविधा दी जाए। समान कार्य के बदले समान वेतन दिया जाए। श्रम कानून के तहत न्यूनतम 26,300 रुपया प्रतिमाह दिया जाए। विभिन्न विभाग में मनरेगा कर्मियों की सीधी नियुक्ति कर आयु व पद में छूट दी जाए। जिला सचिव उज्ज्वल गुप्ता ने कहा कि सामाजिक अंकेक्षण द्वारा किए जानेवाले भयादोहन पर रोक लगाई जाए। मानव सृजन के अनावश्यक दबाव को बंद कर बिना वजह की जानेवाले बर्खास्तगी पर रोक लगाई जाए। जिन कर्मियों को हटाया गया है उन्हें फिर बहाल किया जाए। प्रमंडलीय अध्यक्ष जयदेव मुर्मू ने कहा कि जब तक कर्मियों का स्थायीकरण व समान वेतन नहीं दिया जाता है तबतक काम पर वापस नहीं आएंगे। धरना देनेवालों में कुमार प्रणव, गीता कुमारी, सुलेमान हांसदा, संजीव कुमार, मनसा कोहली आदि शामिल थे।