पारा शिक्षकों के साथ सरकार की वादाखिलाफी अब बर्दाश्त नहीं: संघ
बैठक को संबोधित करते राज्य कमेटी के मोहन मंडल ने कहा कि चुनाव से पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सार्वजनिक मंचों से तीन माह के अंदर पारा शिक्षकों के स्थायीकरण और वेतनमान देने का वादा किया था लेकिन एक वर्ष बीत जाने के बाद भी सरकार पारा शिक्षकों के विषय में कुछ भी नहीं सोच रही है।
जागरण संवाददाता, दुमका: एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा की बैठक रविवार को आउटडोर स्टेडियम दुमका में जिला उप संयोजक संतोष कुमार पंडित की अध्यक्षता हुई। बैठक को संबोधित करते राज्य कमेटी के मोहन मंडल ने कहा कि चुनाव से पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सार्वजनिक मंचों से तीन माह के अंदर पारा शिक्षकों के स्थायीकरण और वेतनमान देने का वादा किया था, लेकिन एक वर्ष बीत जाने के बाद भी सरकार पारा शिक्षकों के विषय में कुछ भी नहीं सोच रही है। प्रतिदिन पारा शिक्षकों की मौत आर्थिक तंगी, दुर्घटना और गंभीर बीमारियों की वजह से हो रही है, लेकिन उनके परिवार को सरकार के द्वारा कोई सहायता नहीं दिया जाना चिता का विषय है। कहा कि सरकार अपने वादे को पूरा करें नहीं तो उलगुलान होगा।
संतोष ने कहा कि अप्रशिक्षित पारा शिक्षक 20 माह से मानदेय से वंचित हैं। बकाया मानदेय का भुगतान सरकार नहीं कर रही है जो कहीं से न्यायोचित नहीं है। सरकार अविलंब इस पर विचार करे और भुगतान सुनिश्चित करे। कहा कि पारा शिक्षक 17 जनवरी को सत्ता पक्ष के सभी विधायकों के आवास के समक्ष धरना देंगे। वहीं 24 जनवरी को झारखंड सरकार के सभी मंत्री के आवास के समक्ष धरना दिया जाएगा। इसके उपरांत भी सरकार नहीं जागती है तो 10 फरवरी को मुख्यमंत्री आवास रांची में वादा पूरा करो घेराव कार्यक्रम के माध्यम से घेराव किया जाएगा। इसके बाद भी सरकार पारा शिक्षकों को स्थायीकरण और वेतनमान नहीं देती है तो उग्र आंदोलन का आगाज करने से पारा शिक्षक पीछे नहीं हटेंगे।
बैठक में राज्य कार्यकारिणी सदस्य जयप्रकाश यादव, जिला मीडिया प्रभारी धर्मेद्र राय, दुर्गाचरण पाल, शब्बीर अंसारी, शुकदेव ठाकुर, राजेंद्रनाथ मांझी, खलील अंसारी, आनंद कमल, युधिर मंडल, अशोक यादव, मनोज साह, सहदेव मंडल, साह, परमानंद यादव, बसंत लायक, संतोष कुमार, मुख्तार अंसारी, चंदन कुमार, कमलेश्वर थानदार समेत विभिन्न प्रखंडों से आए पारा शिक्षक मौजूद थे।