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आवासीय विद्यालय में कई विषयों के शिक्षक नहीं

मसलिया नेतरहाट विद्यालय की तर्ज पर बने जिले के पहले संताल आवासीय विद्यालय में शिक्षकों के अभाव में कई विषय की पढ़ाई बंद है। इतना ही नहीं सब्जी के बढ़ते दाम की वजह से बच्चों की थाली से हरी सब्जी व घी गायब हो गया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 17 Nov 2019 04:44 PM (IST)Updated: Sun, 17 Nov 2019 04:44 PM (IST)
आवासीय विद्यालय में कई विषयों के शिक्षक नहीं
आवासीय विद्यालय में कई विषयों के शिक्षक नहीं

मसलिया : नेतरहाट विद्यालय की तर्ज पर बने जिले के पहले संताल आवासीय विद्यालय में शिक्षकों के अभाव में कई विषय की पढ़ाई बंद है। इतना ही नहीं सब्जी के बढ़ते दाम की वजह से बच्चों की थाली से हरी सब्जी व घी गायब हो गया है।

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सरकार ने शैक्षणिक रूप से पिछड़े संताल परगना के लिए नेतरहाट विद्यालय के समकक्ष गुणवत्तापूर्ण शिक्षण के लिए वर्ष 2017 में विद्यालय का स्थापना की थी। यहां कक्षा आठ में 45 व सात में 48 छात्र हैं। विद्यालय में कुल 11 शिक्षक के पद सृजित हैं। अभी अंग्रेजी, बॉयोलॉजी, हिन्दी व केमेस्ट्री के अलावा संगीत के शिक्षक हैं। गणित,भौतिक, इतिहास, नागरिक शास्त्र व भूगोल जैसे विषय के शिक्षक नहीं है। शिक्षकों की कमी की वजह से पढ़ाई बाधित हो रही है। बच्चों की सुरक्षा के लिए न तो गार्ड हैं और न ही चारदीवारी। बाल संसद के प्रधानमंत्री आनंद कुमार ने बताया कि भोजन की गुणवत्ता काफी खराब है। हरा सब्जी का तो दर्शन भी नहीं मिलता है। घी देने की प्रावधान है, परन्तु नहीं दिया जाता है। लगातार नियमित रूप से नाश्ता में पूड़ी देने की वजह से छात्रों का पेट खराब हो रहा है। चार दिन से फल भी नहीं मिला है। कभी मिलता भी है तो सड़ा एवं कीड़ा लगा हुआ। धनबाद के रोशन कुमार ने बताया कि रात में रोटी के साथ जो खीर दी जाती है उसमें दूध ही नहीं रहता है। गुमला के विकास भगत ने बताया कि अभी तक छात्रों को जाड़ा का कपड़ा एवं जूता नहीं मिला है। छात्र अभिषेक कुमार ने बताया कि विद्यालय में प्रयोगशाला व लाईब्रेरी नहीं है। गिरिडीह के नवलेश कुमार सहित सभी छात्रों ने बताया कि पूर्व में छात्रों को जो ब्लेजर एवं पेंट दी गई थी उसकी गुणवत्ता काफी घटिया है। कुछ माह पूर्व तक उच्च विद्यालय में पदस्थापित विज्ञान व गणित के शिक्षक के स्थानांतरण के बाद से दोनों विषय की पढ़ाई ठप है। जबकि आठवीं की बोर्ड परीक्षा 7 जनवरी 2020 से शुरू हो रही है। विद्यालय के प्राचार्य डॉ. कौशल कुमार ने शिक्षक की कमी को स्वीकार करते हुए कहा कि इस संबंध में विभागीय पदाधिकारी कमी को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं। बीच-बीच में हरी सब्जी दी जाती है। कपड़ा एवं जूता जल्द ही आ जाएगा। वहीं जिला शिक्षा अधिकारी पूनम कुमारी ने बताया कि निरीक्षण के दौरान किसी छात्र ने इस तरह की शिकायत नहीं की। फिर से निरीक्षण कर छात्रों से बात की जाएगी।


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