शिकारीपाड़ा में हो रहा अवैध कोयला खनन
शिकारीपाड़ा शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के हरिणसिघा पंचवाहिनी गंद्रकपुर एवं नवपहाड़ मौजा के रैयती एवं खास भूमि से कोयला का अवैध खनन एवं परिवहन रुकने का नाम नहीं ले रहा है। हरिणसिघा में दुमका-रामपुरहाट रेललाइन से महज 100 मीटर की दूरी पर कोयला खनन किया जा रहा है।
शिकारीपाड़ा : शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के हरिणसिघा, पंचवाहिनी, गंद्रकपुर एवं नवपहाड़ मौजा के रैयती एवं खास भूमि से कोयला का अवैध खनन एवं परिवहन रुकने का नाम नहीं ले रहा है। हरिणसिघा में दुमका-रामपुरहाट रेललाइन से महज 100 मीटर की दूरी पर कोयला खनन किया जा रहा है। नवपहाड़ में उत्क्रमित मध्य विद्यालय से कुछ ही दूरी पर कोयला खनन किया जा रहा है। हालांकि 26 फरवरी को जिला खनन पदाधिकारी दिलीप कुमार तांती रेंजर विजय कुमार सिंह एवं सीओ अमृता कुमारी के नेतृत्व में गंद्रकपुर एवं पंचवाहिनी की लगभग एक दर्जन कोयला खदानों में डोजरिग का कार्य किया गया लेकिन कोयला माफियाओं पर इस कोई खास असर नहीं पड़ा। केवल हरिणसिघा में कोयला की 36 खदानें चल रही हैं। कोयला का अवैध खनन रोकने के विषय पर सीओ अमृता कुमारी कहती हैं कि जिला प्रशासन को पत्र लिखे हैं। कार्रवाई जिलास्तर से होनी है। वहीं कोयला कंपनी को जमीन नहीं देने के लिए ग्रामीण लगातार बैठक कर रहे हैं। इस बैठक के पीछे कोयला एवं पत्थर माफिया का आíथक एवं नैतिक समर्थन मिल रहा है।