कोई शिकायत हो तो पार्टी फोरम पर अपनी बात रखें फुरकान : बादल
मकर सक्रांति पर बिहार में दही-चूड़ा पर डिप्लोमेटिक राजनीति की रवायत रही है लेकिन अबकी बार झारखंड में भी कांग्रेस ने दही-चूड़ा पर राजनीति का आगाज कर दिया है। सूबे के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने दुमका के कांग्रेस भवन में आयोजित दही-चूड़ा की भोज पर गुरूवार को कांग्रेस के दिग्गज नेता व पूर्व सांसद फुरकान अंसारी के स्टैंड को कांग्रेस के लिए दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है।
जागरण संवाददाता, दुमका:
मकर सक्रांति पर बिहार में दही-चूड़ा पर डिप्लोमेटिक राजनीति की रवायत रही है लेकिन अबकी बार झारखंड में भी कांग्रेस ने दही-चूड़ा पर राजनीति का आगाज कर दिया है। सूबे के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने दुमका के कांग्रेस भवन में आयोजित दही-चूड़ा की भोज पर गुरूवार को कांग्रेस के दिग्गज नेता व पूर्व सांसद फुरकान अंसारी के स्टैंड को कांग्रेस के लिए दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। बादल ने कहा कि अगर उनका कोई भी व्यक्तिगत शिकायत थी तो उसे पार्टी के फोरम पर रखना चाहिए था। कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार बेदाग व भ्रष्टाचार मुक्त तरीके से चल रही है। फुरकान के बयानों पर झारखंड के प्रभारी आरपीएन सिंह का पक्ष लेते हुए बादल ने कहा कि उनके नेतृत्व में ही कांग्रेस को यहां नई ऊंचाई मिली है। वे पार्टी सोनिया गांधी और राहुल गांधी के द्वारा प्रभारी नियुक्त किए गए हैं। फुरकान अंसारी के द्वारा उनके अलावा कांग्रेस के तीन अन्य मंत्रियों पर पैसा लेने और आरपीएन सिंह तक पहुंचाने के सवाल को बादल ने सिरे से खारिज करते हुए कहा कि यह बातें बेबुनियाद है। चूंकि फुरकान अंसारी सीनियर लीडर हैं इसलिए वे उनपर कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं है। कहा कि इन मामलों को झारखंड आ रहे प्रभारी आरपीएन सिंह सबके साथ खुद ही मिल बैठकर सुलझा लेंगे। इससे इतर कृषि मंत्री बादल ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि अब समय बदल चुका है। आंख दिखाना और दो-दो हाथ हमें भी करना आता है। केंद्र अपनी गलत राजनीति से बाज आए। कहा कि केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय ने डीवीसी का बकाया वसूलने के लिए आरबीआइ में राज्य के खाते से 714 करोड़ रुपये काट कर गलत किया है। कहा कोयला और खनिज हमारा और इसका लाभ कोई और ले यह अब चलने वाला नहीं है। मौके पर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष श्यामल किशोर सिंह, एसटी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ.सुशील मरांडी, युगल किशोर सिंह, महेशराम चंद्रवंशी, अरबी खातून, छवि बागची समेत कई कांग्रेसी मौजूद थे।