जाने माने संगीतज्ञ के निधन पर शोकाकुल उपराजधानी
दुमका संताल परगना के जाने-माने संगीतज्ञ पंडित गौरकांत झा का आकस्मिक निधन हो गया। इससे संगीत जगत व शहर के लोगों में गम का माहौल है। गौरकांत गायक तबला-हारमोनियम के कुशल वादक तो थे ही साथ ही विद्याíथयों को नृत्य की शिक्षा भी देते थे। आरंभिक दौर में संगीत की बारीकियां उन्होंने तबला के उस्ताद कुशल नर्तक और विभिन्न वाद्ययंत्रों के वादक स्वर्गीय पंडित ललनजी महराज से सीखी थी और फिर अपनी कड़ी मेहनत की बदौलत एक विशेष पहचान बनाई।
दुमका : संताल परगना के जाने-माने संगीतज्ञ पंडित गौरकांत झा का आकस्मिक निधन हो गया। इससे संगीत जगत व शहर के लोगों में गम का माहौल है। गौरकांत गायक, तबला-हारमोनियम के कुशल वादक तो थे ही, साथ ही विद्याíथयों को नृत्य की शिक्षा भी देते थे। आरंभिक दौर में संगीत की बारीकियां उन्होंने तबला के उस्ताद, कुशल नर्तक और विभिन्न वाद्ययंत्रों के वादक स्वर्गीय पंडित ललनजी महराज से सीखी थी और फिर अपनी कड़ी मेहनत की बदौलत एक विशेष पहचान बनाई। दुमका में उन्होंने झारखंड कला केंद्र की स्थापना की जिसके वे प्राचार्य थे। अनेक मंचों का उन्होंने कुशल संचालन भी किया जिनमें कला संस्कृति खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग, झारखंड सरकार द्वारा आयोजित मंच भी शामिल है।
गोड्डा के महेशपुर गांव के रहनेवाले संगीतज्ञ के निधन पर समाज कल्याण मंत्री डॉ. लुईस मरांडी, एसपी वाइएस रमेश उनके आवास पर पहुंचकर श्रद्धांजलि दिया और शोक संतप्त परिवार को दुख की घड़ी में हिम्मत रखने को कहा। दुमका के पूर्व उपायुक्त संप्रति बोकारो के उपायुक्त मुकेश कुमार ने भी शोक संदेश भेजकर श्रद्धा सुमन अíपत किया।