किस्त को लेकर फाइनेंसकर्मी महिलाओं को कर रहे प्रताड़ित
सरैयाहाट चरकापाथर महिला समूह की सदस्यों ने सरैयाहाट शाखा स्थित भारत फाइनेंशियल इनक्लूजन लिमिटेड कर्मी द्वारा लॉकडाउन अवधि के दौरान ऋण की किस्त जबरन वसूली करने एवं मुकदमा करने की धमकी देकर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को मुख्यमंत्री को आवेदन भेजा। वहीं एसपी को भी प्रति देकर कार्रवाई की मांग की। समूह की जानकी देवी सावित्री देवी कविता कुमारीअरफा खातून बसंती देवी किरण देवी मीना देवी सुनैना देवी रिकू देवी मुनकी देवी गीता देवी प्रतिमा देवी सहित दो दर्जन से अधिक महिलाओं ने बताया कि वे लोग उक्त फाइनेंशियल कंपनी से ऋण लेकर छोटा रोजगार कर अपना घर परिवार चलाते हैं।
संवाद सहयोगी, सरैयाहाट : चरकापाथर महिला समूह की सदस्यों ने सरैयाहाट शाखा स्थित भारत फाइनेंशियल इनक्लूजन लिमिटेड कर्मी द्वारा लॉकडाउन अवधि के दौरान ऋण की किस्त जबरन वसूली करने एवं मुकदमा करने की धमकी देकर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को मुख्यमंत्री को आवेदन भेजा। वहीं एसपी को भी प्रति देकर कार्रवाई की मांग की। समूह की जानकी देवी, सावित्री देवी, कविता कुमारी,अरफा खातून, बसंती देवी, किरण देवी, मीना देवी सुनैना देवी, रिकू देवी, मुनकी देवी, गीता देवी, प्रतिमा देवी सहित दो दर्जन से अधिक महिलाओं ने बताया कि वे लोग उक्त फाइनेंशियल कंपनी से ऋण लेकर छोटा रोजगार कर अपना घर परिवार चलाते हैं। वहीं सप्ताह में ऋण के किस्त का वापसी भी करते थे। लेकिन लॉकडाउन के अवधि में सारा कामकाज ठप हो जाने से आíथक स्थिति दयनीय हो गई है। इस स्थिति में कंपनी कर्मी द्वारा ऋण के किस्त जमा करने का दबाव बनाया जा रहा है। किस्त नहीं जमा करने पर केस करने की धमकी देकर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। कंपनी के शाखा प्रबंधक राजीव रंजन सिंह ने बताया कि कंपनी कर्मी पर लगाया गया सारा आरोप निराधार एवं सत्य से परे है। किसी भी कलेक्शन सेंटर में जबरन ऋण वसूली नहीं की जा रही है। यह कहा जाता है कि जो सक्षम हैं वे ऋण की किस्त जमा कर सकते हैं। जो नहीं जमा करेंगे, उसकी किस्त की अवधि बढ़ा दी जाएगी।