बेटे की मौत से तनाव में आए पिता ने लगाई फांसी
दुमका पांच साल पहले नवजात बेटे की मौत से तनाव में आए 41 साल के पंचानंद सिंह ने गुरूवार की रात घर से दूर जंगल में जाकर फांसी लगा ली। मृतक जामा प्रखंड के सेजाकोड़ा गांव का रहने वाला था। अहले सुबह परिजनों की सूचना पर पुलिस ने शव कब्जे में लिया। मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्टम के बाद शुक्रवार को शव को परिजन के सुपुर्द कर दिया गया। मृतक की पत्नी कल्पना के बयान पर पुलिस ने यूडी केस दर्ज किया।
जागरण संवाददाता, दुमका : पांच साल पहले नवजात बेटे की मौत से तनाव में आए 41 साल के पंचानंद सिंह ने गुरूवार की रात घर से दूर जंगल में जाकर फांसी लगा ली। मृतक जामा प्रखंड के सेजाकोड़ा गांव का रहने वाला था। अहले सुबह परिजनों की सूचना पर पुलिस ने शव कब्जे में लिया। मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्टम के बाद शुक्रवार को शव को परिजन के सुपुर्द कर दिया गया। मृतक की पत्नी कल्पना के बयान पर पुलिस ने यूडी केस दर्ज किया।
थाना प्रभारी कृष्णा राम ने बताया कि पत्नी ने अपने बयान में कहा कि उसकी दो बेटी है। पांच साल पहले बेटा हुआ था लेकिन उसकी मौत हो गई थी। मृतक को बेटे की चाहत थी। उसकी मौत के बाद वह तनाव में रहने लगा। लोगों से बात करना कम कर दिया था। गुरूवार की रात परिवार के सभी सदस्यों के साथ बैठकर खाना खाया। इसके बाद सभी सोने चले गए। रात दो बजे पति बिस्तर पर नहीं था। रात में तलाश की लेकिन पता नहीं चला। अहले सुबह ग्रामीणों ने पेड़ से लटकता हुआ शव देखकर परिजन को सूचित किया।