विकास में सामूहिक भागीदारी तय करें प्रबुद्ध : डॉ. लुईस
दुमका : दुमका के इंडोर स्टेडियम में रविवार को संताल परगना प्रमंडल स्तरीय प्रबुद्धजन सम्मेलन को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए सूबे की समाज कल्याण मंत्री डॉ. लुईस मरांडी ने कहा कि राष्ट्र के समग्र विकास में प्रबुद्धजन सामूहिक भागीदारी तय करें।
दुमका : दुमका के इंडोर स्टेडियम में रविवार को संताल परगना प्रमंडल स्तरीय प्रबुद्धजन सम्मेलन को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए सूबे की समाज कल्याण मंत्री डॉ. लुईस मरांडी ने कहा कि राष्ट्र के समग्र विकास में प्रबुद्धजन सामूहिक भागीदारी तय करें। उन्होंने कहा कि सशक्त राष्ट्र की परिकल्पना साकार हो सकती है जब समाज का हर व्यक्ति राष्ट्रवाद की भावना से काम करें। कहा कि यह देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास के दूरदर्शी सोच का परिणाम है कि देश व राज्य में समग्र विकास का मार्ग प्रशस्त हो सका है। अब सारे विपक्षी दल एक महागठबंधन बनाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दोबारा सत्ता में आने से रोकना चाहते हैं लेकिन जनता इनके नापाक इरादों को भांप रही है। डॉ. लुईस ने कहा कि जात-पात, धर्म व समुदाय से ऊपर उठकर अंत्योदय विकास के सपने को साकार करने का वक्त आ चुका है। देश सबका साथ सबका विकास की ओर से है। उन्होंने प्रबुद्धजनों से कहा कि वे विकास और राष्ट्रवाद की सोच को गति देने में जुट जाएं। आमजनों के बीच किसी भी तरह का भ्रम नहीं फैले इसमें प्रबुद्ध नागरिकों की भूमिका सबसे अहम है।
झामुमो पर किया सीधा प्रहार
मंत्री ने मुख्य विपक्षी दल झामुमो पर हमलावर होते हुए कहा कि संताल परगना में इनके द्वारा अब तक वोट की राजनीति की गई है। मुख्यमंत्री बनने का अवसर मिला फिर विकास नहीं कर पाए क्योंकि इनकी मंशा में ही खोट है। बिना किसी का नाम लिए डॉ. लुईस ने कहा कि पिछले 40 वर्षो के कार्यकाल का लेखा-जोखा विपक्षी दलों के नेताओं को देना चाहिए। रघवुर सरकार की चार साल की उपलब्धियों को गिनाते हुए मंत्री ने कहा कि सरकार अपने कार्यकाल का लेखा-जोखा लेकर बैठी है। पूरी पारदर्शिता के साथ रघुवर सरकार ने जनहित में काम किया है। उन्होंने कहा कि झामुमो ने इस क्षेत्र की जनता को शिक्षित नहीं होने दिया क्योंकि उसे यह मालूम है कि जिस दिन यहां की जनता शिक्षित व जागरूक हो गई उस दिन ही उनका यहां उच्छेद हो जाएगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा के बिना राज्य में विकास की गति संभव नहीं है।
दुमका अस्पताल से शुरू हुई मेरी राजनीति
डॉ. लुईस ने भावुक अंदाज में कहा कि उनकी तो राजनीति ही अस्पताल से ही शुरूहुई। उन्होंने कहा कि लचर स्वास्थ्य सुविधाओं के कारण उन्होंने अपने पिता को खोया है लेकिन अब परिस्थितियां तेजी से बदल रही है। सदर अस्तपाल का कायाकल्प हो रहा है और बेहतर स्वास्थ्य सुविधा बहाल करने की दिशा में गंभीर प्रयास किए जा रहे हैं। दुमका में मेडिकल कॉलेज का निर्माण अंतिम चरण है और संभव है कि इसी सत्र से यहां थ्योरी की पढ़ाई शुरू हो जाए। इसके अलावा देवघर में एम्स की स्थापना हो रही है। सुलभ व सुगम यातायात को लेकर भी हर स्तर पर काम चल रहा है। देवघर व दुमका में एयरपोर्ट का निर्माण इसी कड़ी का हिस्सा है। दुमका से शीघ्र ही हवाई उड़ान की सेवा शुरूहोनेवाली है। दुमका में आधारभूत संरचनाओं को बढ़ाने की दिशा में भी पहल तेज है। यहां 5000 क्षमतावाले आडोटोरियम का निर्माण अप्रैल माह से प्रारंभ हो जाएगा। हाईकोर्ट बेंच की स्थापना को लेकर भी गंभीरता से प्रयास हो रहा है। जमीन की उपलब्धता के मद्देनजर रघुवर सरकार उनके नेतृत्व में एक कमेटी गठित की है जिसके माध्यम से समस्याओं के समाधान का पहल हो रहा है। डॉ. लुईस ने भरोसा दिया कि इस सम्मेलन में आए तमाम विचार, समस्या व सुझावों को मुख्यमंत्री समेत संबंधित विभागों को प्रेषित कर समाधान की पहल की जाएगी।
कार्यक्रम की प्रभारी अमिता रक्षित और मंच का संचालन भाजपा जिला अध्यक्ष निवास मंडल ने की।
किसने क्या कहा
हाईकोर्ट बेंच की स्थापना हो। दुमका के सांसद ने 38 साल के कार्यकाल में संसद में 38 शब्द नहीं बोले हैं। खुद चलकर संसद तक नहीं जानेवाले सांसद से छुटकारा पाने की जरुरत है। सांसद के पुत्र मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहा है और अगर ऐसा हुआ तो वे झारखंड छोड़कर कहीं और चले जाएंगे। खाता न बही जो बाप-बेटा कहे वही सही का राज खत्म होनेवाला है।
सूरज मंडल, पूर्व सांसद
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देवघर तक आनेवाली इंटरसीटी का परिचालन दुमका तक हो ताकि यहां के लोग लाभान्वित हो सकें। 46 डिग्री कॉलेजों को घाटानुदान और इंटर कॉलेजों को जमीन की उपलब्धता कराने की दिशा में गंभीरता से पहल की दरकार है। केंद्र और राज्य की सरकार समग्र विकास के दिशा में तेजी से डग भर रही है इसलिए जनता को सरकार पर भरोसा करने की जरूरत है।
अभयकांत प्रसाद, पूर्व सांसद
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विकास योजनाओं को लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे यह सबसे ज्यादा जरूरी है। उन्नत भारत अभियान की शुरुआत सुखद है। देश का बजट दूरगामी परिणाम देनेवाला है। बजट से हरेक व्यक्ति उर्जान्वित होगा।
प्रो. डॉ. हनुमान प्रसाद शर्मा, प्रोवीसी, एसकेएमयू
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प्रबुद्धजनों की बैठक का शुरुआत काफी बेहतर है। ऐसी बैठकें प्रखंड स्तर पर हो ताकि अधिक से अधिक ग्रामीण सरकार की नीतियों से अवगत हो सकें और इससे बेहतर वातावरण का निर्माण संभव हो सकेगा।
देवेंद्र कुंवर, पूर्व विधायक
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सरकार अधिवक्ता संवर्ग से ही जीपी के अलावा पीपी, एपीपी, एजीपी का चयन करें। पूर्व में ऐसी ही व्यवस्था लेकिन बाद में अधिवक्ता संवर्ग से सिर्फ जीपी का चयन होने का प्रावधान कर दिया गया है। सरकार को इस पर सोचेन की दरकार है।
समीर कुमार सिन्हा, अधिवक्ता
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दुमका में हृदय रोग से संबंधित विशेष चिकित्सा की व्यवस्था हो। शिक्षाविदों की समस्याओं का त्वरित गति से निदान हो। बेहतर शैक्षणिक माहौल के लिए शिक्षकों की मांग को गंभीरता से लिया जाना चाहिए।
संजय कुमार ¨सह, व्याख्याता, दुमका
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तकनीक और शोध के दम पर ही हम ग्लोबल वर्ल्ड में लीड कर सकते हैं। इसके लिए जनसंख्या पर नियंत्रण आवश्यक है।
शोध पर ज्यादा से ज्यादा ध्यान केंद्रित करने की दरकार है। केंद्र सरकार के स्तर से रिसर्च छात्रों के लिए 30 फीसद राशि की बढ़ोत्तरी सुखद है।
मिसफिका, प्रदेश प्रवक्ता, भाजपा
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केंद्र और राज्य की सरकार विकास की गति को तेज किया है लेकिन इसके बाद भी अपेक्षित विकास अभी शेष है। विकास की गति बरकरार रहे इसके लिए यह जरूरी है कि नरेंद्र मोदी सरकार को दोबार अवसर मिले। इस पर सबको गंभीरता से प्रयास करना होगा।
जवाहर मिश्र, एनजीओ प्रतिनिधि
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सरकार सबका साथ सबका विकास कर रही है। सरकार के प्रयासों को जन-जन तक पहुंचाने का काम प्रबुद्धजनों को करना होगा ताकि विपक्षी दलों के द्वारा किसी भी तरह का प्रपंच सफल नहीं हो पाए।
गरीब दास, सीनेट सदस्य, एसकेएमयू
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दुमका में कला संस्कृति भवन का निर्माण हो। उपराजधानी की तर्ज पर दुमका का विकास सुनिश्चित किया जाए।
इंजीनियर केएन ¨सह
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इन्होंने भी दिए सुझाव
कार्यक्रम में मौखिक और लिखित तौर पर तकरीबन 65 सुझाव आए जिसमें सत्यनारायण साह, ई. केएन ¨सह, प्रो. अजय सिन्हा, प्रो. संजीव ¨सह, राजेश झा, सहदेव मंडल, रामशरण शर्मा, अरुण कुमार गुप्ता, करुण राय, सूर्यनारायण साह।
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ये थे मौजूद
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हरिहर दास, सीताराम पाठक, अजय गुप्ता, मृणाल मिश्र, विमल मरांडी, सतीश राय, मनोज कुमार साह, रविकांत मिश्र मुन्ना, गौरवकांत सिन्हा, बबलू मंडल, सोनी हेंब्रम, गोपाल पंजियारा, परितोष सोरेन, माधवचंद्र महतो, प्रिया रक्षित, संजय ¨सह, ¨पटू साह, दिनेश ¨सह, जयंत साह, डॉ. धनंजय मिश्र, रीना मंडल, नीतू झा, सावित्री ¨सह, सनोखा देवी, मुन्नी देवी, सुनीता देवी, नीति भंडारी, मिथिलेश ¨सह, राजू तिवारी, अनुज आर्या, राजीव नयन, पंकज वर्मा, सुजीत कुमार, केएन ¨सह समेत कई लोग मौजूद थे।