हाथियों का उत्पात, घर तोड़े
मसलिया जाटी दुमका मसलिया प्रखंड क्षेत्र में जंगली हाथियों का बढ़ते उत्पात रूकने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार देर रात को अचानक एक हाथी व उसके बच्चे ने जमकर उत्पात मचाया।
मसलिया, जाटी, दुमका : मसलिया प्रखंड क्षेत्र में जंगली हाथियों का बढ़ते उत्पात रूकने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार देर रात को अचानक एक हाथी व उसके बच्चे ने जमकर उत्पात मचाया। दोनों ने गांव घुसकर कईयों के घर की दीवार गिरा दी और कई खेतों में लगी गेंहू की फसलों को नष्ट कर दिया।
हाथियों ने आस्ताजोड़ा गांव में अरविद कुमार यादव के घर चहारदीवारी तोड़ दी। फसलों को रौंदते हुए आसनसोल के जंगल में घुस गए। अब किसानों को आगे भी बेहद चिता सता रही है कि कहीं मंगलवार की रात हाथी निकल कर फिर से तबाही न मचा दे। हाथी के जंगल घुसने के बाद भी आस्ताजोड़ा व अन्य गांवों के ग्रामीण रात भर सोने के बजाय रात जगा अलाव जलाकर रतजगा करते रहे। ग्रामीण अरविद यादव ने कहा कि हाथियों का उत्पात भयावह है। गनीमत है कि घर की ओर से नहीं घुसे। पक्की चारदीवारी तोड़ चले गए। इंद्रजीत कुमार यादव ने कहा कि रात में हाथियों के डर से पढ़ने में दिक्कत हो रही है हाथी के डर से रात भर रतजगा कर रहे।
किसान जयदेव महतो ने कहा कि बड़ी कष्ट से पानी सिचाई को ऐसे करके गेहूं की फसल तैयार हुई थी। हाथियों ने फसल को नष्ट कर दिया। प्रमोद कुमार महतो ने कहा कि हाथियों ने सारी फसल बर्बाद कर दी। किसानों को उसका मुआवजा भी नहीं मिलता है और ना ही हाथियों को रोकने के लिए कोई टीम भेजी जाती है । वन विभाग को कोई परवाह नहीं है।