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जनवरी से दुमका-रामपुरहाट के बीच दौड़ सकती इलेक्ट्रिक ट्रेन

अगर सब ठीक रहा और सरकार की अनुमति मिल गई तो नए साल में जनवरी से दुमका और रामपुरहाट के बीच पहली इलेक्ट्रिक रेल सेवा शुरू हो जाएगी। जनवरी से रेल परिचालन को ध्यान में रखकर गुड़गांव की निजी कंपनी युद्ध स्तर पर विद्युतीकरण का काम करा रही है। जिस गति से काम चल रहा है उसे देखकर लगता है कि दिसंबर तक विद्युतीकरण का कार्य पूरा हो जाएगा। इतना ही नहीं कंपनी ने दुमका से देवघर और दुमका से बाराहाट तक विद्युतीकरण का कार्य भी शुरू कर दिया है। यह काम भी अंतिम दौर में है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 27 Sep 2020 10:47 PM (IST)Updated: Mon, 28 Sep 2020 05:16 AM (IST)
जनवरी से दुमका-रामपुरहाट के बीच दौड़ सकती इलेक्ट्रिक ट्रेन
जनवरी से दुमका-रामपुरहाट के बीच दौड़ सकती इलेक्ट्रिक ट्रेन

-दुमका से देवघर व बाराहाट लाइन में भी चल रहा कार्य

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- दिसंबर तक पूरा हो जाएगा विद्युतीकरण का कार्य पूरा

जागरण संवाददाता, दुमका : अगर सब ठीक रहा और सरकार की अनुमति मिल गई तो नए साल में जनवरी से दुमका और रामपुरहाट के बीच पहली इलेक्ट्रिक रेल सेवा शुरू हो जाएगी। जनवरी से रेल परिचालन को ध्यान में रखकर गुड़गांव की निजी कंपनी युद्ध स्तर पर विद्युतीकरण का काम करा रही है। जिस गति से काम चल रहा है, उसे देखकर लगता है कि दिसंबर तक विद्युतीकरण का कार्य पूरा हो जाएगा। इतना ही नहीं कंपनी ने दुमका से देवघर और दुमका से बाराहाट तक विद्युतीकरण का कार्य भी शुरू कर दिया है। यह काम भी अंतिम दौर में है।

कंपनी के प्रोजेक्ट प्रबंधक धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि सरकार ने गुड़गांव की केईसी कंपनी को 28 फरवरी 21 तक दुमका-रामपुरहाट लाइन को विद्युतीकरण का काम पूरा करने का लक्ष्य दिया है। कंपनी ने लक्ष्य को चुनौती मानते हुए करीब 80 फीसद काम पूरा कर लिया है। काम समाप्त हो चुका है और फिनिशिग दी जा रही है। इसके अलावा दुमका से देवघर और दुमका से बिहार के बाराहाट तक विद्युतीकरण का कार्य भी शुरू हो गया है। बताया कि काम के दौरान हर मजदूरों को पूरी तरह की सुरक्षा देने की वजह से कंपनी दिसंबर तक सारा काम पूरा करा लेगी। मजदूर भी दिन रात कार्य को पूरा करने में लगे हुए हैं। पहले उम्मीद थी कि यह काम फरवरी से पहले पूरा नहीं होगा, लेकिन जिस तरह से मजदूर काम कर रहे हैं, उसे साफ हो गया है कि हर हाल में दिसंबर तक कार्य पूरा हो जाएगा। सरकार पर निर्भर ट्रेन का परिचालन

प्रोजेक्ट प्रबंधक ने बताया कि दिसंबर के अंत तक कंपनी अपना सारा काम पूरा करने के बाद रेलवे को हैंड ओवर कर देगी। ट्रेन चलाने से पहले इलेक्ट्रिक इंजन दौड़ाया जाएगा। सीआरएस होगा। कोरोना के चलते अभी ट्रेनों के परिचालन का बंद है। कंपनी ने अपना काम समय से दो माह पहले ही पूरा कर देगी। अब सरकार पर निर्भर है कि वह ट्रेन के परिचालन की अनुमति देती या नहीं है। अगर देती है तो जनवरी माह से परिचालन में किसी तरह की रूकावट नहीं आएगी।


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