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dumka news किशोरी हत्याकांड : कोर्ट में पिता ने कहा बेटी ने ही बताया कि शाहरूख व नईम ने उसे जलाया है

पेट्रोल छिड़कर किशोरी की हुई हत्या मामले में बुधवार से कोर्ट में सुनवाई शुरू हो गई। पहले दिन किशोरी के पिता की गवाही हुई। जिसमें कई सवाल अधिवक्ताओं ने पूछा। गुरुवार को दादा की गवाही होगी। दो घंटे तक चली सुनवाई में जेल में हाथ जोड़कर खड़े रहे दोनों आरोपित।

By JagranEdited By: Gautam OjhaPublished: Wed, 28 Sep 2022 04:51 PM (IST)Updated: Wed, 28 Sep 2022 04:51 PM (IST)
किशोरी हत्याकांड के मुख्य आरोपित शाहरूख की फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, दुमका : दुमका की किशोरी को पेट्रोल डालकर जलाने के मामले में बुधवार से प्रथम अपर एवं सत्र न्यायाधीश रमेश चंद्रा की अदालत में सुनवाई शुरू हुई। पहले दिन पिता की गवाही हुई। करीब दो घंटे तक चली कार्रवाई में पिता ने बताया कि बेटी ने ही कहा था कि शाहरूख हुसैन और नईम खान ने पेट्रोल डालकर जलाया है। इस दौरान बचाव पक्ष के अधिवक्ता सिकंदर मंडल ने पिता से ज्यादातर उम्र को लेकर सवाल पूछे। सुनवाई के दौरान दोनों आरोपित जेल में हाथ जोड़कर खड़े रहे। गुरुवार को मृतका के दादा की अदालत में गवाही होगी।

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अदालत के आदेश पर नगर थाना प्रभारी नितिश कुमार मृतका के पिता को कड़ी सुरक्षा में लेकर कोर्ट पहुंचे थे। करीब साढ़े बारह बजे सुनवाई शुरू हुई। पिता ने बताया कि 23 अगस्त की सुबह बेटी के जोर से चिल्लाने की आवाज आई। कमरे से बाहर निकली तो शरीर से आग की लपटें निकल रही थी। पहले पानी डाला और उसके बाद कंबल ओढ़ाकर आग को बुझाने की कोशिश की। बेटी ने इतना ही बताया कि शाहरूख और नईम ने जला दिया है। इसके बाद दामाद को फोन कर बुलाया और टोटो से मेडिकल अस्पताल लेकर आए। आठ बजे पुलिस की मौजूदगी में दंडाधिकारी ने बयान लिया। रात को ही बेटी को इलाज के लिए रांची रिम्स में लेकर गए। वहां भी बेटी ने बताया कि शाहरूख ने 22 अगस्त की शाम आठ बजे फोन कर जलाकर मारने की धमकी थी। घटना के समय नईम भी उसके साथ था।

बेटी ने जो बताया वहीं सुना या फिर कुछ देखा भी

बचाव पक्ष के अधिवक्ता सिकंदर मंडल ने पिता से पूछा कि वह प्रतिदिन सुबह कब उठते हैं। बताया कि चार या सवा चार बजे तक उठ जाते हैं। उस दिन कैसे पता चला कि घटना सुबह चार बजे की है, क्या घड़ी देखी थी। इस पर पिता ने कहा कि रोज इतने बजे ही आंख खुल जाती है। घटना के बाद दामाद के आने का इंतजार कर रहे थे, इसलिए घड़ी पर नजर चली गई। पूछा कि उन्होंने क्या देखा। इस पर पिता ने कहा कि बेटी को जलते हुए देखा और बेटी ने ही बताया कि दोनों आरोपित ने जला दिया है। देखा कुछ नहीं लेकिन बेटी से सब सुना। वकील ने मृतका की उम्र को लेकर कई सवाल किए। पिता ने बताया कि बेटी ने कक्षा पांच तक की पढ़ाई पड़ोस के एक स्कूल में की और बाद में टीसी के आधार पर कन्या विद्यालय में कक्षा छह में दाखिला लिया। अधिवक्ता ने पिता से घटना के समय बेटी क्या कपड़े पहने हुए थी। दामाद को किस नंबर से फोन किया था। बड़ी बेटी के बारे में भी सवाल किए। सुनवाई में पीपी चंपा कुमारी व उनके सहयोगी जयंत सिन्हा भी मौजूद थे।

सुनवाई के समय मुस्तैद रहे थाना प्रभारी

करीब दो घंटे तक चली सुनवाई के दौरान नगर थाना प्रभारी नितिश कुमार अदालत के बाहर की मुस्तैद रहे। जबकि अदालत में अवर निरीक्षक दिलीप पाल मौजूद थे। अदालत की कार्रवाई पूरी होने के बाद पुलिस ने पिता को घेर लिया और अपने वाहन से घर भेजा।


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