सामाजिक मानवीय आधारित है वर्तमान व्यवसाय
दुमका स्नातकोत्तर वाणिज्य विभाग में विभागाध्यक्ष डॉ. एसके अंबष्ट की अध्यक्षता में एमकॉम (सेम-1) 2019-21 छात्र-छात्राओं का क्लास रूम में सेमिनार हुआ। विषय था व्यवसायिक व्यवहार। 55 छात्र-छात्राओं में मात्र 28 छात्र-छात्राएं ही अपना शोधपत्र प्रस्तुत कर पाए। अपने अध्यक्षीय भाषण में डॉ. अम्बष्ट ने कहा कि वर्तमान में व्यवसाय सामाजिक मानवीय आधार पर कार्य करती है। जबकि 19वीं सदी तक केवल लाभ पर ही व्यवसाय केंद्रित था।
दुमका : स्नातकोत्तर वाणिज्य विभाग में विभागाध्यक्ष डॉ. एसके अंबष्ट की अध्यक्षता में एमकॉम (सेम-1) 2019-21 छात्र-छात्राओं का क्लास रूम में सेमिनार हुआ। विषय था व्यवसायिक व्यवहार। 55 छात्र-छात्राओं में मात्र 28 छात्र-छात्राएं ही अपना शोधपत्र प्रस्तुत कर पाए। अपने अध्यक्षीय भाषण में डॉ. अम्बष्ट ने कहा कि वर्तमान में व्यवसाय सामाजिक मानवीय आधार पर कार्य करती है। जबकि 19वीं सदी तक केवल लाभ पर ही व्यवसाय केंद्रित था। 20 वीं सदी से व्यवसाय का सामाजिक दायित्व पर व्यवहार केंद्रित था। व्यावसायिक व्यवहार दो प्रकार के होते हैं आंतरिक एवं वाह्य। आंतरिक व्यवहार में व्यवसाय के सम्पूर्ण क्रिया कलाप आते हैं। जबकि वाह्य व्यवसाय के अंतर्गत जनसांख्यिकीय वातावरण, आíथक वातावरण, भौतिक वातावरण, तकनीकी वातावरण, सामाजिक वातावरण, राजनीतिक वातावरण, कानूनी वातावरण, नैतिक वातावरण, सांस्कृतिक वातावरण एवं अंतरराष्ट्रीय वातावरण आते हैं। प्राकृतिक संपदा का दोहन, पर्यावरण को खतरा, जनसंख्या विस्फोट, नैतिक समस्या, सामाजिक प्रवृतियां, विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी का उपयोग, आíथक नीति, जलवायु एवं बहुराष्ट्रीय व्यवहार का प्रत्यक्ष प्रभाव व्यवसाय पर होता है। समापन पर छात्र-छात्राओं को शोध पत्र अच्छे ढंग से प्रस्तुत करने के तरीकों को समझाया गया। अच्छे ढंग से शोधपत्र प्रस्तुत करनेवाले छात्रों की सराहना की गई। सोनिका सुमन, आशीष केशरी, आकाश भारती एवं इंद्रजीत सिंह ने भी विचार प्रस्तुत किए। संविदा शिक्षक प्रो. दीपक कुमार दास ने मंच संचालन किया एवं प्रो. अमन पांडेय ने धन्यवाद ज्ञापन किया।