नवरात्र के पांचवें दिन जलार्पण को उमड़ी भीड़
भगवान भोलेनाथ की पावन नगरी में चैत्र नवरात्र पर इन दिनों भोलेनाथ के जयकारे के बीच माता भगवती के भी वैदिक श्लोक कानों में अमृत घोल रहे हैं। विश्व प्रसिद्ध शिवधाम में शक्ति के उपासकों की भारी भीड़ उमड़ रही है।
संवाद सहयोगी, बासुकीनाथ: भगवान भोलेनाथ की पावन नगरी में चैत्र नवरात्र पर इन दिनों भोलेनाथ के जयकारे के बीच माता भगवती के भी वैदिक श्लोक कानों में अमृत घोल रहे हैं। विश्व प्रसिद्ध शिवधाम में शक्ति के उपासकों की भारी भीड़ उमड़ रही है। बासुकीनाथ मंदिर परिसर के पूर्वी गेट पर स्थित प्राचीन हवन कुंड में आदि काल से नवरात्र में माता भगवती की कलश स्थापना कर पूजा-अर्चना करने की परंपरा रही है, जो शिव एवं शक्ति की पूरकता को दर्शाता है। कलश स्थापना करने की यह परंपरा सैकड़ों वर्ष पुरानी है।
पुरोहित पंडित प्रेमशंकर झा एवं पंडित मनोज झा बताते हैं कि उनके दिवंगत दादा पंडित नैनालाल झा के स्वप्न में बाबा बासुकीनाथ ने आकर बासुकीनाथ मंदिर परिसर में वर्ष के सभी नवरात्र में कलश स्थापना कर माता की विधिवत पूजा-अर्चना करने का आभास दिया था। भोलेनाथ के इस आभास को शिरोधार्य मानकर दिवंगत के द्वारा बाबा बासुकीनाथ मंदिर परिसर स्थित हवन कुंड में वर्ष के चारों नवरात्र में माता भगवती की कलश स्थापना कर पूजा-अर्चना करने की परंपरा प्रारंभ कराई गई थी। वर्तमान पीढ़ी के पंडित संतोष झा, पंडित प्रेम शंकर झा, मनोज झा, पप्पू झा, रामजी झा, चन्दन झा, उज्ज्वल झा सहित अन्य वंशजों द्वारा पंडितों के नेतृत्व में वर्ष के चारों नवरात्र में कलश स्थापना की परंपरा निभाई जा रही है।
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शिव की नगरी में उमड़ रही है शक्ति के साधकों की भीड़
संवाद सहयोगी, बासुकीनाथ: भगवान भोलेनाथ की नगरी में इन दिनों चैत्र नवरात्र के पावन अवसर पर शक्ति के साधकों की भारी भीड़ उमड़ रही है। शनिवार को माता के पांचवें स्वरूप की पूजा करने के लिए श्रद्धालु उमड़ पड़े। सुबह छह बजे से दोपहर दो बजे तक निर्धारित अवधि में हजारों भक्तों ने अरघा के माध्यम से पूजा-अर्चना की। इस मौके पर बासुकीनाथ में देश के कोने-कोने से पूजा करने के लिए आने वाले भक्तों की भारी भीड़ लगी रही। इसके अलावा जरमुंडी प्रखंड क्षेत्र के हरिपुर, रायकिनारी, सहारा, बासुकीनाथ दुर्गा मंदिर सहित दर्जनों अन्य गांव में भी चैत्र दुर्गा पूजा की तैयारी अंतिम दौर में है। जगह-जगह प्रतिमा निर्माण का कार्य एवं पूजन का कार्य जारी है।