कनीय अभियंता को धमकी देनेवाले से हुआ समझौता
शिकारीपाड़ा प्रखंड के पलासी पंचायत में जेसीबी मशीन से तालाब खुदाई के बाद बिचौलिया कृष्णा भण्डारी द्वारा कनीय अभियंता राकेश टुडू को दी गई जान मरने की धमकी के बाद मनरेगा का राज खुलने के डर थाने में ही आपसी समझौते के बाद मामला रफा-दफा हो गया।
शिकारीपाड़ा : प्रखंड के पलासी पंचायत में जेसीबी मशीन से तालाब खुदाई के बाद बिचौलिया कृष्णा भण्डारी द्वारा कनीय अभियंता राकेश टुडू को दी गई जान मरने की धमकी के बाद मनरेगा का राज खुलने के डर थाने में ही आपसी समझौते के बाद मामला रफा-दफा हो गया। 28 मार्च को पलासी पंचायत में पदस्थापित मनरेगा कनीय अभियंता राकेश ने थाना प्रभारी को पलासी के कृष्णा भण्डारी के विरूद्ध जेसीबी मशीन से तालाब खुदाई करने तथा मास्टर रोल पर हस्ताक्षर करने के लिए दबाव देने के बाद हस्ताक्षर नहीं करने पर जाति सूचक गाली के साथ जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए न्यास की गुहार लगाई। उसके आवेदन को बीडीओ ने भी कार्रवाई के लिए थाना को अग्रसारित कर दिया। कृष्णा भंडारी को गुरुवार की शाम से शुक्रवार के दोपहर तक थाने में बैठा रहा। पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी संजय मालवीय ने बताया की कृष्णा भण्डारी एवं राकेश के आपसी समझौता हो गया। मनरेगा योजना में जेसीबी से मिट्टी खुदाई का मामला बीडीओ स्तर का बनता है। इसलिए आगे की कार्रवाई बीडीओ को करना है। बीडीओ संजीव कुमार से संपर्क करने पर उन्होंने कुछ भी बताने से इंकार किया। यदि जिला प्रशासन पलासी पंचायत में चल रही मनरेगा योजनाओं की निष्पक्ष जांच कराता है तो बड़ा घोटाला सामने आ सकता है। कनीय अभियंता ने लिखित में दिया कि जेसीबी से मनरेगा का कार्य हुआ है। कृष्णा भंडारी का कहना है कि केवल जेसीबी से खुदाई नहीं की। पंचायत के प्राय: सभी मनरेगा योजनाओं में जेसीबी से खुदाई की गई।