वन क्षेत्र में अवैध कोयला लदी पिकअप वैन जब्त
शिकारीपाड़ा वन क्षेत्र के हीरापुर चित्राकुंडी में अवैध कोयला लोड करने के दौरान एक पिकअप वैन को गुरुवार की रात वनपाल रघुनाथ देहरी ने जब्त किया है। जब्त वैन को वन विभाग के कार्यालय परिसर में लाकर रखा गया है।
संवाद सहयोगी, शिकारीपाड़ा: शिकारीपाड़ा वन क्षेत्र के हीरापुर चित्राकुंडी में अवैध कोयला लोड करने के दौरान एक पिकअप वैन को गुरुवार की रात वनपाल रघुनाथ देहरी ने जब्त किया है। जब्त वैन को वन विभाग के कार्यालय परिसर में लाकर रखा गया है। रघुनाथ देहरी ने कहा कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि हीरापुर चित्राकुंडी वन क्षेत्र में अवैध कोयला खनन कर उसे एक पिकअप वैन में लादा जा रहा है। वे जब अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे तो मौजूद लोग फरार हो गए। इसके उपरांत कोयला लदा पिकअप वैन को जब्त कर वन परिसर लाया गया है। वाहन से दो डायरी भी बरामद हुई है। एक डायरी में अंकित डाटा के अनुसार, कोयला खदान 22 दिसंबर 2020 को शुरू हुई है। इसका प्रतिदिन का डाटा इस डायरी में अंकित है। प्रतिदिन सारा खर्च काटकर एक खदान से 26 से 30 हजार रुपये की बचत है, जिसे इसी डायरी में खर्च कॉलम में दर्शाया गया है। दूसरे डायरी में भी वाहन का प्रतिदिन का लेखा-जोखा अंकित है। एक सप्ताह पूर्व ही वन विभाग की टीम ने गुमरो पहाड़ से कोयला लदी पिकअप वैन जब्त की थी।
बरमसिया मोहनपुर डंगाल में अवैध लकड़ी जब्त: शिकारीपाड़ा वन परिसर के वनपाल रघुनाथ देहरी ने गुरुवार की देर शाम गुप्त सूचना के आधार पर बरमसिया मोहनपुर डंगाल में अवैध तरीके से जमा कर रखी गई लकड़ी को जब्त करने की कार्रवाई की है। जब्त लकड़ी को वन परिसर में लाकर रखा गया है। वनपाल के मुताबिक, अवैध लकड़ी को बाहर ले जाने की तैयारी थी। जब्त की गई लकड़ियों में सखुआ, महोगनी और पीआर प्रजाति की लकड़ियां है। पीआर लकड़ी की प्रजाति वर्तमान में विलुप्त होने के कगार पर है। कहा कि लकड़ियों को जमा करने वाले लोगों का पता लगाया जा रहा है। पता चलते ही उन लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।