अब पीएचडी उपाधि लेने को करनी होगी मशक्कत
दुमका : अब डॉक्टरेट की उपाधि लेना शोधाíथयों के लिए आसान नहीं होगा। नए प्रावधानों के तहत अब शोध करनेव
दुमका : अब डॉक्टरेट की उपाधि लेना शोधाíथयों के लिए आसान नहीं होगा। नए प्रावधानों के तहत अब शोध करनेवाले छात्रों को कई स्तर की प्रक्रिया व प्रपत्रों को समय-समय पर भरकर पूरी जानकारी देनी होगी। पीएचडी के शोधाíथयों को अब डॉक्टरेट की उपाधि हासिल करने के लिए राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सेमिनारों में शोध पत्र प्रस्तुत करनी होगी।
इस मसले पर सिदो-कान्हु मुर्मू विश्वविद्यालय प्रबंधन भी शोध कार्यों की गुणवत्ता को बनाए रखने पर गंभीरता दिखा रही है। गुरुवार को कुलपति प्रो. मनोरंजन प्रसाद सिन्हा ने एक बैठक में मौजूद विवि के अधिकारियों से इस पर विस्तार से चर्चा करते हुए कई निर्देश दिए हैं। कहा है कि आगामी सत्र से पीएचडी के लिए निबंधन करवानेवालों को एक निर्धारित प्रपत्र भरना होगा। इस प्रपत्र में शोधाíथयों को शोध की जानकारी देनी होगी। शोध प्रबंध जमा करने पर उसे परीक्षकों को भेजने के लिए भी एक निहित प्रपत्र भरना होगा। इसमें देश और विदेश के परीक्षकों का नाम देना होगा। परीक्षकों द्वारा रिपोर्ट भी एक तय प्रपत्र में भर कर देना होगा। शोध छात्रों को अपने दो शोध पत्र इंपैक्ट फैक्टर वाले जर्नल में प्रकाशित करवाना एवं दो राष्ट्रीय या अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार में पत्र की प्रस्तुति करना अनिवार्य होगा।
कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय प्लेजरिज्म टेस्ट में पास पीएचडी थीसिस को मूल्यांकन के लिए भेजेगा। इस संदर्भ में कुलपति प्रो. सिन्हा ने परीक्षा नियंत्रक डॉ. दिलीप कुमार एवं ओएसडी एक्जाम राजकुमार झा को आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में प्रोक्टर डॉ. बीके ठाकुर, वित्त पदाधिकारी अजय कुमार, सीसीडीसी डॉ. एसएन मिश्र मौजूद थे।