सोशल मीडिया प्रकरण के असली दोषी पर होगी कार्रवाई
दुमका : सिदो-कान्हु मूर्मू विश्वविद्यालय प्रबंधन एसकेएमयू वाट्सएप ग्रुप में विवि के स्तर से जारी अधि
दुमका : सिदो-कान्हु मूर्मू विश्वविद्यालय प्रबंधन एसकेएमयू वाट्सएप ग्रुप में विवि के स्तर से जारी अधिसूचना के साथ छेड़छाड़ कर उसे अपलोड करने के मामले में असली दोषी तक पहुंचने के मूड में है। खबर है कि प्रबंधन अब यह पता लगाने में जुटा है कि विश्वविद्यालय की असली अधिसूचना के साथ छेड़छाड़ कैसे और किस मंशा से की गई है। उसकी तारीख बदल कर सबसे पहले किसने उसे सोशल मीडिया पर वायरल किया है।
दरअसल वाट्सएप ग्रुप एसकेएमयू पर सोशल साइंस की डीन रह चुकी डॉ. प्रीति प्रसाद एवं एक छात्र खेलन कुमार द्वारा अपलोड तथ्य व इस पर जानकारी लेने की मंशा से की गई। पूछताछ को लेकर विवि प्रबंधन भले ही प्रथम दृष्ट्या में इन्हें दोषी मानते हुए इन प्राथमिकी दर्ज कराया है लेकिन जब इस पर बहस शुरू हुई तो यह बात सामने आई कि व्याख्याता डॉ. प्रीति के स्तर से जो अधिसूचना अपलोड कि गई है वह उन्होंने उस अधिसूचना की सत्यता के बारे में जानने के लिए किया था।
इस बाबत डॉ. प्रीति रविवार को दुमका आकर कुलपति प्रो. मनोरंजन प्रसाद सिन्हा से मिलकर अपने पक्ष को रखा है। खुद को निर्दोष बताते हुए इस पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है। डॉ. प्रीति ने कहा है कि कानूनी कार्रवाई करने से पूर्व विवि प्रबंधन के स्तर से स्पष्टीकरण पूछा जाना चाहिए था। कहा कि उन्हें भरोसा है कि उनके साथ न्याय होगा।
वहीं छात्र खेलन कुमार का कहना है कि गलती से वर्ष 2016 के परीक्षाफल का पीडीएफ फाइल अपलोड हो गया था। इसके लिए उनके स्तर से माफी मांग ली गई है। कहा कि उनके स्तर से इस मामले में कुलपति को एक आवेदन देकर माफी मांगते हुए लिए गए निर्णय पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया गया है। वहीं वाट्सएप ग्रुप से जुड़े अंग्रेजी के व्याख्याता डॉ. अच्युत चेतन ने भी आगे आते हुए कहा कि विवि प्रबंधन को अधिसूचना में छेड़छाड़ करने व इसे वायरल करने वाले असली दोषी को पकड़ कर उस पर कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए।
ग्रुप एडमिन डॉ. अजय सिन्हा ने भी विवि प्रबंधन से सही दोषी को चिह्नित कर उस पर कार्रवाई करने का आग्रह किया है। डॉ. अजय ने कहा कि इस मामले में विश्वविद्यालय प्रबंधन को तह तक पहुंचने की आवश्यकता है।
इधर कुलपति प्रो. मनोरंजन प्रसाद सिन्हा ने इस पूरे प्रकरण पर कहा कि असली दोषी की तलाश होगी और पूरे तथ्य को सामने लाया जाएगा। कहा कि किसी भी निर्दोष पर विवि प्रबंधन द्वारा कार्रवाई करने की मंशा कतई नहीं है। कहा कि डॉ. प्रीति प्रसाद और खेलन कुमार का आवेदन मिला है जिस पर विवि प्रबंधन के स्तर से समुचित पहल की जाएगी।