Move to Jagran APP

जागरूकता रैली निकाल बताया टीबी के उपचार का महत्व

विश्व यक्ष्मा दिवस के अवसर पर बुधवार को नर्स व कर्मियों ने शहर में जागरूकता रैली निकाली और लोगों को स्लोगन के माध्यम से इस दिवस की महत्ता बताई।

By JagranEdited By: Published: Wed, 24 Mar 2021 07:48 PM (IST)Updated: Wed, 24 Mar 2021 07:48 PM (IST)
जागरूकता रैली निकाल बताया टीबी के उपचार का महत्व
जागरूकता रैली निकाल बताया टीबी के उपचार का महत्व

जागरण संवाददाता, दुमका: विश्व यक्ष्मा दिवस के अवसर पर बुधवार को नर्स व कर्मियों ने शहर में जागरूकता रैली निकाली और लोगों को स्लोगन के माध्यम से इस दिवस की महत्ता बताई।

loksabha election banner

जिला यक्ष्मा केंद्र से सिविल सर्जन डॉ. अनंत कुमार झा ने टीबी जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रथ के साथ चल रहे स्वास्थ्य कर्मियों ने लोगों को यक्ष्मा के जांच व उपचार और मरीजों को दी जाने वाली सरकारी मदद के बारे में बताया।

सिविल सर्जन ने महिला कर्मियों को बताया कि उपचार के बाद मरीजों को सरकार की ओर से छह माह तक पांच सौ रुपये दिए जाते हैं। दवा के लिए 750 रुपये और डॉट्स प्रोवाइडर के द्वारा रोगमुक्त किए जाने पर एक हजार रुपये दिए जाते हैं। किसी निजी क्लिनिक से इलाज करा रहे यक्ष्मा मरीजों को सरकार की इस योजना का लाभ सुविधा निक्षय में पंजीकृत होने के पश्चात दिया जाता है। इतना ही नहीं, निजी चिकित्सक को भी यक्ष्मा मरीज को चिह्नित करने पर पांच सौ रुपये और रोगमुक्ति के बाद पांच सौ रुपये दिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि इस बार टीबी हारेगा और देश जीतेगा कैंपेन के तहत 2025 में भारत को टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। लोगों से अपील की कि वे अपने स्तर से टीबी के लक्षण पाए जाने वाले व्यक्ति को जिले के किसी निजी या सरकारी अस्पताल में इलाज कराने के लिए प्रेरित करें। मौके पर सुदीप कुमार सिंह, कमाल पिटू, अरविद कुमार साह व वीरेंद्र प्रेम हांसदा के अलावा यक्ष्मा केंद्र के प्रभारी व कर्मी मौजूद थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.