आरटीआई दाखिल करने से नाराज ललन ने दी थी बिहार के शातिर को सरोज की सुपारी
ललन यादव की मां रूपा नामक स्वयं सहायता समूह चलाती है। ललन 50 से अधिक फर्जी राशन कार्ड बनाकर अनाज का फर्जी उठाव करता था। इसकी जानकारी होने के बाद सरोज ने जन वितरण दुकान के संचालक के खिलाफ आरटीआई दाखिल किया था।
जागरण संवाददाता, दुमका । हंसडीहा के धनवै निवासी डीलर जीवन मंडल का बेटा सरोज मंडल की हत्या की सुपारी ललन यादव ने ही बिहार के भागलपुर जिले के कुख्यात सत्तन यादव को दी थी। इसके लिए उन्हें एक लाख रुपये दिए गए थे। सत्तन रुपये लेकर हत्या किया करता है। उसके खिलाफ भागलपुर जिले में चार मामले दर्ज हैं। मंगलवार को हंसडीहा पुलिस ने सत्तन के साथ गिरफ्तार एक अन्य अपराधी रवींद्र यादव को पूछताछ के बाद जेल भेज दिया। पूछताछ मिली जानकारी के मुताबिक इस घटना को छह अपराधियों ने मिलकर अंजाम दिया था। इनमें तीन की गिरफ्तारी अबतक हो चुकी है। साथ ही पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त तीन मोबाइल के अलावा बाइक का साकर और छड़ बरामद की है।
मंगलवार को पुलिस सभागार में एसपी अंबर लकड़ा ने बताया कि पगवारा के ललन यादव की सरोज मंडल की जनवितरण दुकान की जांच को लेकर कहासुनी हुई थी। इससे नाराज ललन ने उसकी हत्या की साजिश रच दी। उसने भागलपुर गौराडीहा के भैयागांव निवासी शातिर अपराधी सत्तन यादव को इसके लिए एक लाख की सुपारी दी थी। सत्तन ने भागलपुर के लोदीपुर के विशुनपुर गांव के रवींद्र यादव के अलावा हंसडीहा के कुछ लोगों से मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। इसके लिए उन्हें अग्रिम के रूप में 14 हजार रुपये मिले थे और बाकी के रुपये बाद में मिलना था। इन दोनों के अलावा पगवारा के पवन यादव की भी गिरफ्तारी हो चुकी है। ललन यादव समेत तीन अन्य की तलाश में पुलिस छापेमारी की जा रही है। मौके पर डीएसपी विजय कुमार, एसडीपीओ उमेश ङ्क्षसह, निरीक्षक रङ्क्षवद्र ङ्क्षसह व हंसडीहा थाना प्रभारी आकृष्ट अमन आदि मौजूूद थे।
आरटीआइ करने पर दिया वारदात को अंजाम : ललन यादव की मां रूपा नामक स्वयं सहायता समूह चलाती है। ललन 50 से अधिक फर्जी राशन कार्ड बनाकर अनाज का फर्जी उठाव करता था। इसकी जानकारी के बाद सरोज के साथ मिलकर हंसडीहा के कुछ लोगों ने दुकान के खिलाफ आरटीआइ दाखिल किया। सरोज ने भी वरीय पदाधिकारी से इसकी शिकायत की थी। इस कारण 18 जनवरी को प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी ने दुकान की जांच की थी। इसके बाद से ललन ने सरोज को अपना दुश्मन मान लिया। साथ ही उसकी हत्या के लिए सुपारी दे डाली।
ट्रेन से दुमका पहुंचे थे अपराधी : आरोपित सत्तन ने बताया कि वह अपने तीन साथियों के साथ भागलपुर से ट्रेन से हंसडीहा पहुंचे थे। यहां पर ललन ने उत्तर प्रदेश के नंबर की एक अल्टो कार उपलब्ध कराई थी। इसी कार से पहले सरोज का पीछा किया और फिर धनवै गांव से कुछ पहले उसकी हत्या तब की गई जब उसने लघुशंका के लिए अपनी बाइक रोकी थी।
पुलिस ने आखिरकार हत्यारों को धर दबोचा : रात के समय अंधेरे में हुई सरोज की हत्या का खुलासा पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं था। मृतक के घरवालों के अलावा बेटे अजय मंडल ने किसी पर शक जाहिर नहीं किया था। अनुसंधान में पुलिस को जब पता चला कि हत्या के पीछे कहीं आरटीआइ तो नहीं है। इसके बाद पुलिस ने इस दिशा में काम शुरू किया। ललन यादव के वाहन चालक पवन यादव को थाना लाकर कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने सब उगल दिया। उसकी निशानदेही पर पुलिस आगे बढ़ती चली गई।
भागलपुर पुलिस को दी सत्तन की तलाश : सत्तन यादव को भागलपुर की पुलिस की भी तलाश रही थी। हंसडीहा थाना प्रभारी आकृष्ट अमन ने जब उसे हिरासत में लिया तो भागलपुर पुलिस साथ भेजने की बजाए स्वयं जेल भेजना चाहती थी। अमन ने वहां की पुलिस को बताया कि सत्तन ने हत्या की है और वहां की पुलिस को मारपीट में उसकी तलाश है। उनका तर्क समझने के बाद पुलिस उसे साथ ले जाने के लिए तैयार हुई।
सत्तन और रवींद्र पर दर्ज मामले : सत्तन यादव के खिलाफ भागलपुर की जोगसर कोतवाली में एक, सबौर गौराडीह में दो और मोजाहिदपुर थाना में डकैती, लूट और अन्य धाराओं में मामले दर्ज हैं। वहीं रवीन्द्र पर लोदीपुर थाना में तीन मामले दर्ज है।