फर्जी नियुक्ति पत्र लेकर बीसीसीएल में नौकरी लेने पहुंचा युवक गिरफ्तार
धनबाद बीसीसीएल में फर्जी दस्तावेज के सहारे नौकरी के लिए आए बिहार के एक युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
धनबाद : बीसीसीएल में फर्जी दस्तावेज के सहारे नौकरी के लिए आए बिहार के एक युवक को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। मूल रूप से भागलपुर के मिर्जापुर क्षेत्र का निवासी अमर कुमार ने पुलिस को बताया कि सीसीएल द्वारा निर्गत नियुक्ति पत्र उसके घर पोस्ट से आया था। उक्त पत्र में बीसीसीएल में माइनिंग सरदार के पद पर उसकी नियुक्ति सुनिश्चित करने की जानकारी दी गई थी। उसे फाइनल इंटरव्यू व जॉइनिंग के लिए धनबाद स्थित बीसीसीएल हेडक्वार्टर आमंत्रित किया गया था। अमर कुमार शनिवार सुबह कोयला भवन स्थित बीसीसीएल मुख्यालय पहुंचा था। उसने वहा एक अधिकारी से मिलकर बताया कि बीसीसीएल में उसका चयन हो चुका है और वह फाइनल इंटरव्यू के लिए पहुंचा है। उसने सीसीएल मुख्यालय से निर्गत पत्र भी उक्त अधिकारी को दिखाया।
पत्र देखकर सशकित अधिकारी ने अपने अन्य वरीय अधिकारियों को सूचना दी। इसके बाद आरोपित अमर कुमार द्वारा प्रस्तुत पत्र का सत्यापन किया गया। सत्यापन के दौरान उक्त पत्र फर्जी पाया गया। अधिकारियों ने उससे पूछताछ की लेकिन अमर कुमार संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। इसके बाद घटना की सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने नौकरी लेने आए अमर कुमार को हिरासत में लेकर सरायढेला थाना पहुंची। थाने में पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि उसे पोस्ट से पत्र मिला था, जिसके आधार पर वह नौकरी लेने धनबाद आया है। पत्र कहा से आया इसकी जानकारी देने में वह असमर्थ था। पूछताछ के दौरान उसने कई बार पुलिस के सामने अपने बयान बदले। इसके बाद पुलिस ने आरोपी युवक के परिजनों को घटना की सूचना दी। सूचना पाकर युवक के पिता शाम को धनबाद पहुंचे। इसके बाद आरोपित युवक को पुलिस ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
-------------------
पिछले वर्ष भी हो चुका है नौकरी के लिए फर्जीवाड़ा
अगस्त 2018 में बीसीसीएल के तत्कालीन सीएमडी अजय कुमार सिंह के फर्जी हस्ताक्षर से वरीय माइनिंग सरदार के पद पर 16 लोगों को नियुक्ति संबंधित पत्र जारी होने का खुलासा हुआ था। इस मामले में बीसीसीएल जीएम विधि एसके सिंह ने सीएमडी व डीपी के निर्देश पर सरायढेला थाना में मामला दर्ज करवाया था। पत्र में 16 लोगों के नाम व उनकी फर्जी नियुक्ति से संबंधित सूची भी पुलिस को उपलब्ध कराई गई थी।