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BJP Dhanbad: ग्रामीण भाजपा जिलाध्यक्ष के खिलाफ लामबंदी, झाविमो से आए कार्यकर्ताओं को दे रहे तरजीह

BJP Dhanbad भाजपा ग्रामीण के प्रथम जिलाध्यक्ष की अभी कमेटी भी गठित नहीं हुई और वे विवादों में घिर गए हैं। कार्यकर्ताओं में उनके प्रति नाराजगी उभरने लगी है।

By Sagar SinghEdited By: Published: Sat, 05 Sep 2020 09:45 PM (IST)Updated: Sat, 05 Sep 2020 09:45 PM (IST)
BJP Dhanbad: ग्रामीण भाजपा जिलाध्यक्ष के खिलाफ लामबंदी, झाविमो से आए कार्यकर्ताओं को दे रहे तरजीह
BJP Dhanbad: ग्रामीण भाजपा जिलाध्यक्ष के खिलाफ लामबंदी, झाविमो से आए कार्यकर्ताओं को दे रहे तरजीह

धनबाद, जेएनएन। BJP Dhanbad भाजपा ग्रामीण के प्रथम जिलाध्यक्ष की अभी कमेटी भी गठित नहीं हुई और वे विवादों में घिर गए हैं। कार्यकर्ताओं में उनके प्रति नाराजगी उभरने लगी है और वे लामबंद भी होने लगे हैं। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि प्रथम जिला अध्यक्ष ज्ञानरंजन सिन्हा झारखंड विकास मोर्चा से आए हैं। आते ही उन्हें जिला अध्यक्ष जैसी जिम्मेदारी मिल गई। भाजपा की रीति नीति जाने बगैर इतनी बड़ी जिम्मेदारी वे संभाल नहीं पा रहे। यही कारण है कि वे अभी भी झाविमो से आए कार्यकर्ताओं को ही तरजीह दे रहे हैं। संभावित नई कमेटी के लिए भी उन्होंने जिनका नाम प्रस्तावित किया है, उनमें अधिकांश झाविमो से आए हुए लोग ही हैं।

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ग्रामीण जिलाध्यक्ष की प्रस्तावित कमेटी में झाविमो से आए फिरोज दत्ता, रमेश महतो, गीता देवी, बंपी चक्रवर्ती को जगह देने की चर्चा है। बंपी चक्रवर्ती को युवा मोर्चा व झाविमो नेता रहे राजेश चौधरी को किसान मोर्चा अध्यक्ष के लिए नाम प्रदेश कमेटी को भेजा गया है। असंतुष्ट कार्यकर्ताओं के मुताबिक प्रदेश कमेटी के निर्देश पर जो सुविधा केंद्र का निर्माण किया गया, उसमें भी युवा मोर्चा बरवाअड्डा मंडल के पुराने कार्यकर्ताओं सुजीत रवानी, मंडल अध्यक्ष महेश महतो को जिम्मेदारी न देकर निरसा के अपने पुराने करीबी बंपी चक्रवर्ती को जिम्मेदारी दी गई।

ज्ञानरंजन सिन्हा पर ग्रामीण जिलाध्यक्ष के दावेदार रहे मोतीलाल मुर्मू, रामप्रसाद महतो, रतिरंजन गिरि, संतलाल प्रमाणिक, विक्रांत उपाध्याय, विपिन दत्ता, संजय महतो, शैलेश सिंह, जयप्रकाश सिंह को भी नजर अंदाज करने का आरोप लगाया जा रहा है। इसे लेकर सोशल मीडिया पर विक्षुब्ध कार्यकर्ताओं का एक पोस्ट भी चल रहा है, जिसमें बताया जा रहा है कि संगठन में बीसी, ओबीसी, एससी व एसटी कार्यकर्ताओं को पार्टी में सम्मान मिलेगा या उन्हें भी तिरस्कार ही झेलना पड़ेगा। यदि ऐसा हुआ तो प्रबल विरोध होना लाजिमी है।

कम्युनिस्ट व टाइगर फोर्स जैसे संगठनों से आए लोगों की निष्ठा पर सवाल : बता दें कि भाजपा कार्यकर्ताओ में बंपी चक्रवर्ती के नाम पर विशेष रोष है। उनका कहना है कि वह कम्युनिस्ट, झाविमो, टाइगर फोर्स जैसे संगठनों से होकर आया है। भाजपा में उसकी कितनी निष्ठा है कि उसे इतना महत्वपूर्ण पद दिया जा रहा है।


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