आवास के लिए बच्चों के साथ मुगमा रीजनल वर्कशाप पहुंची महिला
ईसीएल मुगमा रीजनल वर्कशाप में कार्यरत महिला कर्मी ने आवंटन के बाद भी आवास नहीं मिलने पर मुगमा रिजनल वर्कशाप पहुंच विरोध जताया।
संवाद सहयोगी, मुगमा : ईसीएल मुगमा रीजनल वर्कशाप में कार्यरत महिला कर्मी ने आवंटन के बाद भी आवास नहीं मुहैया कराए जाने पर सोमवार को अपने बच्चों को लेकर रीजनल वर्कशाप पहुंच विरोध जताया। बाद में अभिकर्ता अभिजीत गुहा ने महिला कर्मी को आवास दिलाया तो मामला शांत हुआ। महिला कर्मी बारूणी बाउरी ने बताया कि वह रीजनल वर्कशाप कालोनी में रहती है। जिस आवास में अपने बच्चों को लेकर रह रही है वह बहुत जर्जर हो चुका है। पूरे छत से पानी का रिसाव हो रहा है। छत का प्लास्टर टूट कर गिर रहा है। दो दिनों से बारिश होने के कारण घर में पानी जमा हो गया है। दीवार गिली होने के कारण पूरे घर में बिजली का करंट आने लगा है। इसके कारण में प्रबंधन को दूसरे आवास में शिफ्ट करने का आवेदन दे चुकी हूं। आवेदन देने के बाद आवास आवंटन तो किया गया है लेकिन उसमें प्रबंधन द्वारा प्रवेश नहीं कराया जा रहा है। मजबूरन बाध्य होकर विरोध जताना पड़ा। महिला कर्मी द्वारा विरोध किए जाने पर अभिकर्ता ने आवंटन किए गए आवास में सुरक्षा कर्मी शंकर सिंह को भेजकर उसे प्रवेश कराया। ।
ईसीएल मुगमा के आवासों पर दबंग कर्मियों का दबदबा :
ईसीएल मुगमा एरिया के आवासों पर दबंग कर्मियों का दबदबा कायम है। रीजनल वर्कशाप महिला कर्मी को प्रबंधन द्वारा जो आवास आवंटन किया गया है वह आवास विष्णु देव प्रसाद के नाम पर आवंटन था। हालांकि, विष्णु देव प्रसाद का कहना है कि आवास केवल कागजी तौर पर उसके नाम से आवंटित है। उसपर दूसरे व्यक्ति ने अपने कब्जे में ले रखा है। वह आवास देने के बदले कुछ ऊपर से मांग कर रहा था जिस कारण मैंने आवास नहीं लिया। मुगमा एरिया ऐसे ही कई उदाहरण है।