Weekly News Roundup Dhanbad: रघुकुल में हर्ष की जगह विषाद, पढ़ें विटामिन-एम के लिए मारामारी की अंदरूनी कहानी
नवरात्र शुरू है। बंगाल हो या झारखंड दिन-रात मांस चबाने वाले भी मां दुर्गा की आराधना में मांसाहार त्याग देते हैं। मगर समस्या विकट है। सब्जी इतनी महंगी हो चुकी है कि आम लोग हैरान-परेशान हैं। पुलिस लाइन के सामने एक सज्जन ने शिमला मिर्च की कीमत पूछ ली।
धनबाद [ अश्विनी रघुवंशी ]। Weekly News Roundup Dhanbad कोयलांचल का ताकतवर राजनीतिक घराना रघुकुल। रघुकुल की पूर्णिमा सिंह झरिया की कांग्र्रेस विधायक हैं तो एकलव्य सिंह धनबाद नगर निगम के डिप्टी मेयर रह चुके हैं। अपनी सरकार है। पूर्णिमा सिंह के एमएलए बनने के बाद फुसफुसाहट हो रही थी कि रघुकुल के कुछ लोग हर जगह पर हाथ पांव मार रहे हैं। झरिया में चलने वाली बीसीसीएल की खदानों में कोयले की नीलामी, परिवहन, ढुलाई समेत हर जगह पर रघुकुल के लोगों के नाम सुने जाते रहे। पहली बार रघुकुल के तीन लोगों पर रंगदारी का मुकदमा दर्ज हुआ है। पूर्व डिप्टी मेयर एकलव्य सिंह, अभिषेक सिंह उर्फ गुड्डू एवं उनके मौसेरे भाई हर्ष सिंह के खिलाफ गंभीर धाराओं में प्राथमिकी दर्ज हो चुकी है। तपोवन कॉलोनी में रहने वाले ट्रांसपोर्टर मिथिलेश सिंह ने मुकदमा दर्ज कराया है। बतौर सबूत, सीसीटीवी फुटेज के साथ। जाहिर है, इससे हर्ष सिंह विषाद में हैं।
मम्मी, ऐसे बनेगा खिचड़ी भोग
कोयला नगर का दुर्गा मंदिर। मंदिर में कुसुम विहार की अनन्या एवं अंशी पूजा करने गई थी। कुछ और महिलाएं थी। शुरू हो गई बतकही। महिलाएं बोली, बेकार हो गया दुर्गा पूजा का साल भर का इंतजार। न भव्य पंडाल बनेंगे, न प्रतिमा देखने को मिलेगी। महिलाएं बोलीं, कोरोना का वायरस महिषासुर बन गया है। मां दुर्गा ही नाश करेंगी। अनन्या की जिज्ञासा थी कि महाष्टमी को खिचड़ी भोग का प्रसाद मिलेगा या नहीं। जवाब ना में मिला तो दोनों लड़कियां उदास हो गईं। पुजारी ने समझाया, मम्मी से खिचड़ी भोग बनवा लेना। चावल एवं मूंग दाल को हल्का भुन कर पानी में उबाल देना है। बैगन, कोहड़ा, गोभी, शिमला मिर्च, गाजर समेत कई सब्जी को मसाला के साथ पकाना है। तनिक तीखा। दोनों को मिला कर दो-तीन चम्मच चीनी डालनी है। खिचड़ी भोग तैयार। अंशी चहकी, 'मम्मी को बता दूंगी कि ऐसे बनेगा भोग।Ó
मांसाहार बंद, सब्जी इतनी महंगी
नवरात्र शुरू है। बंगाल हो या झारखंड, दिन-रात मांस चबाने वाले भी मां दुर्गा की आराधना में मांसाहार त्याग देते हैं। मगर समस्या विकट है। सब्जी इतनी महंगी हो चुकी है कि आम लोग हैरान-परेशान हैं। पुलिस लाइन के सामने एक सज्जन ने शिमला मिर्च की कीमत पूछ ली। जवाब मिला 60 रुपये पाव। छोटी सी गोभी 30 रुपये की एक। हरी मिर्च 40 रुपये पाव। गाजर 100 का भाव। वो सज्जन सिर्फ मूली और पपीता खरीद सके। वो भी 40 रुपये प्रति किलो की दस से। आलू और प्याज भी 40 के पार। वो सज्जन स्टील गेट के सब्जी बाजार आए। बंधा गोभी ताव खा रहा था तो सूखे धनिया पत्ता में अलग ऐंठन। वहां बायलर मुर्गा बिक रहा था, 120 रुपये किलो। उदास भाव से सज्जन बोले, मांस या अंडा सस्ता पड़ता। नवरात्र में खा नहीं सकते। सब्जी खरीद नहीं सकते। बड़ी मुश्किल है।
बम मानो दीवाली के पटाखे हो गए
बाघमारा। यहां लगातार बम और गोली की आवाज सुनाई दे रही है। भाजपा विधायक ढुलू महतो के करीबी राजेश गुप्ता के आवास पर दो युवक एक झोला बम फेंक कर भाग गए। बवाल होना था। हुआ भी। पांच दिन पहले जोगता भी गोलियों की तड़तड़ाहट एवं बम के धमाके से गूंजा था। एकरा में विधायक प्रतिनिधि दिनेश रवानी एवं सूरज रविदास के आवास पर बम फेंका गया था। निचितपुर में भी असलहे निकले थे। दरअसल, झारखंड में सत्ता परिवर्तन के बाद ढुलू महतो बाघमारा में अपने साम्राज्य को बचाने में लगे हैं। विरोधी कांग्र्रेसी नेता जलेश्वर महतो दबदबा बनाने को आतुर हैं। आजसू जिलाध्यक्ष मंटू महतो भी इलाका विशेष में वर्चस्व बनाए रखने में लगे हैं। कतरास चौक पर एक बुजुर्ग की टिप्पणी थी, कोयला की काली कमाई के लिए नेता इस तरह बम चलवा रहे हैं मानो दीवाली के पटाखे हों।