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धड़बड़ पंचायत में एक सप्ताह से जलापूर्ति ठप, ग्रामीणों में मचा हाहाकार

संस बलियापुर धड़बड़ पंचायत के विभिन्न गांवों में एक सप्ताह से जलापूर्ति बाधित है। ग्रामीण जला

By JagranEdited By: Published: Tue, 08 Jun 2021 11:57 PM (IST)Updated: Tue, 08 Jun 2021 11:57 PM (IST)
धड़बड़ पंचायत में एक सप्ताह से जलापूर्ति ठप, ग्रामीणों में मचा हाहाकार
धड़बड़ पंचायत में एक सप्ताह से जलापूर्ति ठप, ग्रामीणों में मचा हाहाकार

संस, बलियापुर : धड़बड़ पंचायत के विभिन्न गांवों में एक सप्ताह से जलापूर्ति बाधित है। ग्रामीण जलापूर्ति योजना के हजारों लाभुकों में पेयजल के लिए हाहाकार मचा हुआ है। गांव के लोग चापानलों का दूषित पानी पीने को विवश हैं। बताते हैं कि योजना के संचालक ने करीब छह महीने से मानदेय का भुगतान नहीं किया है। इससे नाराज कर्मियों ने हड़ताल कर दी है। कर्मियों के काम बंद करने से एक सप्ताह से गांवों में जलापूर्ति ठप है। मालूम हो कि पंचायत के धड़बड, सिमपाथर, बांधटांड़ के अलावा कालीपुर, बीरसिंहपुर, शीतलपुर व आसनबनी गांवों में मेगा ग्रामीण जलापूर्ति योजना के माध्यम से जलापूर्ति की जाती है। धड़बड़ पंचायत के गांवों के चापानलों से फ्लोराइड युक्त पानी निकलने के कारण पीएचइडी विभाग ने यहां के दूषित पानी देने वाले चापानलों को चिह्नित कर उसका पानी नहीं पीने की सलाह ग्रामीणों को दी है। विभाग ने वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर शीतलपुर में स्थापित मेगा जलापूर्ति योजना को चालू करा धड़बड़ पंचायत के अलावा आसपास के गांवों में उक्त योजना के तहत जलापूर्ति का कार्य शुरू किया है। योजना का संचालन श्री राम ईपीसी कंपनी करता है। एक सप्ताह से उपरोक्त गांवों के ग्रामीणों को पेयजल नहीं मिल रहा है। पेयजल के लिए तरस रहे ग्रामीण मजबूरी में प्रतिबंधित किए गए चापानलों के दूषित जल का उपयोग करने को विवश हैं। सिमपाथर गांव के राजन मालाकार ने कहा कि पेयजल के लिए ग्रामीण परेशान हैं। लेकिन अधिकारी गंभीर नहीं हैं। गांवों में जलापूर्ति बाधित होने की सूचना वरीय पदाधिकारियों को दी गई है। योजना में कार्यरत कर्मियों के बकाए मानदेय का भुगतान को लेकर बहुत जल्द कंपनी के हेड से विभागीय पदाधिकारियों की वार्ता होगी। कुछ दिनों समस्या का हल निकल जाएगा।

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- संतोष कुमार महतो, कनीय अभियंता पीएचइडी विभाग।


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